फिलहाल, गांव की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। कोई भी पक्ष कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वहीं, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इस मामले में मीडिया के सामने आने से बच रहे हैं। हालांकि, फोन पर हुई बातचीत में बताया कि मुचलके पर पाबंद हो जाने के बाद दोनों पक्षों में शांति है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। किसी भी पक्ष को कानूनी कार्रवाई का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा और हर हालत में शांति व्यवस्था बनाई जाएगी। गांव में जाटव समाज के लोगों पर पोस्टर चिपकाने को लेकर शक किया जा रहा है। ठाकुर समाज के लोगों का आरोप है कि यह हरकत शायद उनकी होगी। लेकिन किसी ने भी कैमरे के सामने बोलने की हिम्मत नहीं दिखाई। एक स्थान पर ठाकुर समाज के कुछ ग्रामीण बैठे मिले, इन लोगों ने काफी प्रयास के बाद बताया कि गांव के बच्चों ने इस प्रकार की हरकत की है। उन्होंने कहा कि पुलिस सहयोग कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भीम राव अंबेडकर के बारे मे भी युवाओं को जानकारी दी जाएगी।