बुलंदशहर

पाई पाई जोड़कर बनाया था सपनों का आशियाना, नदी ने कुछ ही पलों में कैसे कर दिया उसे धराशायी

खबर की खास बातें:—
1. गंगा का बढ़ता जल स्तर बना आफत2. पहाड़ी इलाकों में बारिश और बांधों से छोड़ा गया है पानी 3. तटीय इलाकों में कई घरों को पानी ने लिया अपनी चपेट में
 

बुलंदशहरAug 19, 2019 / 02:46 pm

virendra sharma

बुलंदशहर. पहाड़ी व मैदानी इलाकों में बारिश अब आफत बनने लगी है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से किसानों की खड़ी फसल बर्बाद हो गई है। गंगा के बढ़ते जलस्तर ने धीरे—धीरे तटीय इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पानी ने कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया है। इसकी वजह से काफी नुकसान हो रहा है। वहीं, प्रशासन भी लगातार गंगा के बढ़ते हुए जलस्तर पर नजर बनाए हुए है। सोमवार को डीएम ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया।
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बुलंदशहर के राजघाट निवासी रमेश चंद शर्मा ने बताया कि गंगा में तेज पानी आने के कारण आश्रम व आस-पास के मकानों का हिस्सा गंगा में बह गए हैं। बता दें कि हथिनीकुड़ बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद गंगा उफान पर है। बुलंदशहर स्थित गंगा के आस-पास रहनेे वाले हजारों किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। जिला प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। डीएम व प्रशासन के अन्य अफसरों ने सोमवार को बाढ़ संभावित इलाकों का दौरा किया। राजघाट इलाके में 2 मंजिला मकान भी गंगा की चपेट में आकर धराशाई हो गया है।
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उधर डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि एसडीएम के नेतृत्व में कई टीमों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात कर दिया गया है। नुकसान न हो, इसके हर संभाव प्रयास किए जा रहे हैं।
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