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मतदान के बाद उपचुनाव में जोरदार वोटिंग से उम्मीदवारों ने किए जीत के दावे दरअसल, विकास प्राधिकरण के जूनियर इंजीनियर महेश अग्रवाल की ड्यूटी सलेमपुर थाना क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर लगाई गई थी। जेई को सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ एक अतिरिक्त ईवीएम देकर भेजा गया। मतदान केंद्र पर अन्य अधिकारी तो समय से पहुंच गए, लेकिन जेई नहीं पहुंचे। इसके बाद उन्हें तलाश किया गया, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका। उन्हें फोन किया गया तो वह भी स्विच ऑफ मिला। एडीएम प्रशासन रवींद्र कुमार के आदेश पर दूसरे जेई को महेश के स्थान पर भेजा गया। मतदान के बाद जेई महेश अग्रवाल के फ्लैट पर पुलिस ने छापा मारा, लेकिन वह वहां भी नहीं मिले।
इस संबंध में कोतवाल अखिलेश कुमार त्रिपाठी का कहना है कि एडीएम प्रशासन के आदेश पर जेई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। अगले दिन बुधवार सुबह विकास प्राधिकरण के कार्यालय से महेश अग्रवाल के साथ ईवीएम बरामद की गई, जिसे पुलिस ने जिला प्रशासन के सामने जमा करा दिया है। हालांकि महेश अग्रवाल को थाने नहीं लाया गया। फिलहाल अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है।