जीवन में सुख-समृद्धि भी शुक्र के शुभ प्रभाव से आती है। वर्ष और तुला राशि के स्वामी शुक हैं। वहीं शुक्र नीच राशि कन्या से तुला राशि में प्रवेश 1 सितंबर को तुला राशि में प्रवेश कर चुके है यह सयोग 1 जनवरी 2019 तक इसी राशि में रहेंगे। बृहस्पति भी तुला राशि में 11 अक्टूबर तक रहेंगे। इसलिए गुरु और शुक्र की युति 11 अक्टूबर तक रहेगी।
मंगल ग्रह के मार्गी होने के साथ तुला राशि में देव गुरु बृहस्पति, दैत्य गुरु शुक्र की युति बनाएगी। ज्योतिष में यह युति शुभ मानी जाती है। दोनों ग्रहों की युति साल में एक बार ही होती है। इन दोनों ग्रहों की युति से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक प्रभाव दिखेंगे। इससे भारत के आर्थिक वातावरण में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेंगे।