एक दशक बाद भी नवल सागर झील में गिरने वाले गंदे नालों का पानी बंद नहीं हुआ। उलटे आस-पास बनी होटलों के मालिकों ने भी अपने नालों का रुख झील में कर दिया।
बूंदी•Jun 25, 2019 / 12:44 pm•
पंकज जोशी
बूंदी की ऐतिहासिक नवल सागर झील को बना दिया सीवरेज टेंक
बूंदी. एक दशक बाद भी नवल सागर झील में गिरने वाले गंदे नालों का पानी बंद नहीं हुआ। उलटे आस-पास बनी होटलों के मालिकों ने भी अपने नालों का रुख झील में कर दिया।
तालाब में गिरने वाले गंदे नालों का पानी बंद नहीं हुआ। ना ही इन्हें बंद करने के लिए ठोस व त्वरित उपाए किए गए। जबकि शहर का बालचंदपाड़ा इलाका पर्यटन विकास के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। नवल सागर झील रियासतकालीन धरोहर है, जिसकी सुंदरता को देखने के लिए देशी-विदेशी सैलानी बूंदी आते हैं। इसके बावजूद झील की उपेक्षा खुलेआम की जा रही है। झील में बालचंदपाड़ा इलाके के दो बड़े नालों व कई नालियों का गंदा पानी लगातार डाला जा रहा है। अथाह मात्रा में गंदा पानी झील में डालने से उसकी सुंदरता खत्म हो रही है। झील से लगातार दुर्गंध उठ रही है। जिससे उसके पास रहना या किनारों पर बैठना मुश्किल सा हो गया है।
शहर में विकास के नाम पर हालात बदतर नजर आ रहे हैं। इसे सुधारने के लिए नगर परिषद की ओर से कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी नवल सागर झील के मामले में आंखें बंद किए बैठे हैं।
सीवरेज से थी उम्मीद, नहीं मिले अच्छे परिणाम
बीते एक वर्ष से भी अधिक समय से शहर में सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है। बालचंदपाड़ा में भी लाइनें डालने का काम किया, लेकिन यहां पर त्वरित रूप से कार्य नहीं किया गया। जबकि बालचंदपाड़ा इलाके में पर्यटक खूब आते हैं। ऐसे में इस इलाके में सीवरेज का कार्य त्वरित व गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए था। इसके साथ ही झील में गिर रहे गंदे नालों को भी रोकना था।
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सीवरेज बिछा रहे लोगों ने क्षेत्र को खराब कर दिया, पर्यटन व्यवसाय को काफी नुकसान हुआ है। आने वाले दिनों में भी नुकसान होगा। सीवरेज का काम अभी तक भी पूरा नहीं किया गया। नवल सागर झील में गंदे नाले नहीं जाने चाहिए। सीवरेज से नालों को जोडऩे का काम सबसे पहले होना चाहिए था।
हरीश कपूर, पार्षद वार्ड-७, बालचंदपाड़ा
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नवल सागर झील में जा रहे गंदे पानी के नाले तत्काल बंद होने चाहिए। झील की हालत खराब करने में सीवरेज प्रोजेक्ट का हाथ है। जब तक सीवर कनेक्शन तरीके से नहीं होंगे गंदा पानी झील में जाने से कैसे रुकेगा। सीवरेज वाले तो गली में ही काम करने को तैयार नहीं है, झील को क्या सुधारेंगे? गंदगी व बदबू के कारण बालचदंपाडा में गर्मी की छुट्टियों में मेहमान भी आने से कतराने लगे हैं।
रोहित बैरागी, पार्षद वार्ड-१, बालचंदपाड़ा