लाखेरी-बूंदी मार्ग पर स्थित बुढेल राजकीय प्राथमिक विद्यालय भवन की छत मंगलवार सुबह भरभराकर धराशायी हो गई।
बूंदी•Aug 21, 2019 / 05:47 pm•
पंकज जोशी
विद्यालय की छत धराशायी, पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ रहे थे बच्चे
– बुढेल राजकीय प्राथमिक विद्यालय का मामला
– शिक्षक पत्र लिखकर कई बार करा चुके थे अवगत
लाखेरी. उपखंड क्षेत्र के लाखेरी-बूंदी मार्ग पर स्थित बुढेल राजकीय प्राथमिक विद्यालय भवन की छत मंगलवार सुबह भरभराकर धराशायी हो गई।वह तो गनिमत रही कि हादसे के वक्त बच्चे बाहर पेड़ के नीचे बैठे थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विद्यालय की छत बीते कई दिनों से क्षतिग्रस्त थी। बच्चे इसी के नीचे से होकर कक्षा-कक्ष में प्रवेश करते थे। यह छत जिन पिल्लर पर टिकी थी वह भी क्षतिग्रस्त हो चुके थे।ऐसे में यहां शिक्षकों को अंदेशा था कि छत किसी भी वक्त गिरेगी। मंगलवार को सुबह साढ़े दस बजे तेज धमाके के साथ छत नीचे गिर गई। इस दौरान विद्यालय के सारे बच्चे पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ रहे थे। अचानक हुए हादसे से पेड़ के नीचे बच्चे और शिक्षक सहम गए। यहां मौजूद शिक्षकों ने बताया कि भवन के जर्जर हाल को लेकर उन्होंने कई बार शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन वह हर बार अनसुना करते गए। जब क्षेत में तेज बारिश हुई तो शिक्षकों ने स्वयं ही बच्चों को बाहर बैठाकर पढ़ाने का निर्णय किया।यहां ग्राम पंचायत ने भवन की मरम्मत का कार्य भी शुरू करवाया बताया, लेकिन संवेदक मरम्मत में लीपापोती कर चला गया।ग्रामीणों ने तब भी विरोध किया।
कुछ ही देर में पोषाहार के लिए बैठते
यहां हादसे के वक्त पास ही रमीला पोषाहार पका रही थी। थोड़ी देर में इसी बरामदे के करीब बच्चों को पोषाहार परोसा जाना था।