बार कौंसिल ऑफ राजस्थान के चेयरमैन सैयद शाहिद हसन बुधवार को बूंदी आए। यहां अभिभाषक परिषद भवन में अध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा व कार्यकारिणी सदस्यों ने उनका साफा बंधवाकर अभिनंदन किया।
बूंदी•Oct 29, 2020 / 07:26 pm•
पंकज जोशी
एडवोकेट वेलफेयर फंड को संशोधित कर पारित कराओ
एडवोकेट वेलफेयर फंड को संशोधित कर पारित कराओ
बार कौंसिल ऑफ राजस्थान के चेयरमैन बूंदी आए
बूंदी. बार कौंसिल ऑफ राजस्थान के चेयरमैन सैयद शाहिद हसन बुधवार को बूंदी आए। यहां अभिभाषक परिषद भवन में अध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा व कार्यकारिणी सदस्यों ने उनका साफा बंधवाकर अभिनंदन किया। अभिभाषक परिषद की ओर से एडवोकेट वेलफेयर फंड के संबंध में ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में बताया कि राजस्थान विधानसभा में 7 मार्च 2020 को राजस्थान एडवोकेट वेलफेयर फंड पास किया गया था जिसे राज्यपाल के पास विधेयक के रूप में हस्ताक्षर करने के लिए भेजा गया, लेकिन बार काउंसिल ने एकमुश्त वेलफेयर फंड की राशि 25 हजार के स्थान पर 1 लाख करने पर विरोध किया। शुल्क वृद्धि पर विचार करने के लिए कहा गया। रिटायरमेंट व मृत्यु पर भी राशि बढ़ाने को कहा गया। कई प्रावधानों को अधिवक्ता हित में लागू करने को कहा गया। इस कोरोना काल में कई अधिवक्ताओं की कोरोना के कारण व अन्य बीमारी से अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा, यदि विधेयक पास हो जाता तो उनके परिवारजनों को आर्थिक मदद प्राप्त होती।
शर्मा ने विधेयक संशोधन कर तुरंत प्रभाव से पास करने की मांग की गई। इस संबंध में अभिभाषक हॉल में विस्तार से चर्चा की गई। चर्चा में सैयद शाहिद हसन ने बताया कि इस संबंध में सरकार से चर्चा की गई थी। अब शीघ्र ही अधिवक्ताओं के हित में बनाए गए एडवोकेट वेलफेयर फंड को संशोधित कर पारित नहीं किया गया तो वकीलों के हित में जो भी होगा उचित कदम उठाया जाएगा। इस दौरान सचिव प्रदीप शर्मा, उपाध्यक्ष पदम कासलीवाल, कोषाध्यक्ष महेंद्र जैन, पुस्तकालय अध्यक्ष सुरेंद्र वर्मा, सदस्य शिवराज नागर, अर्जुन मेघवाल, पंकज रॉयल आदि मौजूद थे।