जिला कलक्टर ने ज्ञापन में अंकित बिंदुओं की जांच के लिए दो अधिकारियों की समिति गठित की है। समिति में नैनवां के उपखंड अधिकारी श्योराम व जिला कोषाधिकारी अंजनीकुमार शर्मा शामिल है। दोनों अधिकारियों ने मंगलवार को नगरपालिका कार्यालय पहुंचकर जांच शुरू कर दी। समिति की ओर से पार्षदों द्वारा 24 नवम्बर व 12 जनवरी को दिए दो ज्ञापन में अंकित बिंदुओं पर जांच की जाएगी। जांच समिति को 15 दिन में जांच कर रिपोर्ट जिला कलक्टर को प्रस्तुत करनी है।
जांच शुरू कर दी है
जिला कोषाधिकारी अंजनीकुमार शर्मा ने बताया कि पार्षदों द्वारा नगरपालिका प्रशासन पर अनियमितता के आरोप के 24 नवम्बर व 12 जनवरी को जिला कलक्टर को दिए ज्ञापनों में अंकित बिन्दुओं की जांच की जाएगी। जांच समिति में नैनवां के उपखंड अधिकारी भी है। मंगलवार को नगरपालिका में पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। नैनवां के उपकोषाधिकारी गीतमल मीणा, भैरूसिंह सोलंकी, अनिल जैन का रिकॉर्ड की जांच में सहयोग लिया जा रहा है।
पार्षदों ने यह दिए ज्ञापन
पार्षदों ने दोनों ज्ञापनों में आठ फरवरी को नया बोर्ड बनने के बाद पालिका प्रशासन पर आरोप है कि सामानों की खरीद बाजार दर से अधिक मूल्य पर करने, नव निर्मित बोर्ड के शपथ ग्रहण, स्वतंत्रता दिवस पर समारोह पर हुए खर्चों के भुगतान की जांच, गत कोरोना महामारी के टेंट व प्रचार सामग्री के फर्जी बिल बनाकर भुगतान उठाने, नगरपालिका की बेशकीमती भूमि पर अतिक्रमण करवाने, खाते की जमीन से अधिक भूमि के बेचान के पट्टे बनाने की, देईपोल दरवाजे के पास के नाले को बंद करने, 68 लाख रुपए के ेटेण्डर कर भुगतान करने आदि मामलों की जांच की मांग की।