कई जगह बंद हो चुकी बसें
रोडवेज को घाटे से उबराने के लिए मुख्यालय द्वारा कई प्रयोग किए जा चुके है। हाल ही में रोडवेज ने प्रदेशभर में अनुबंध पर लगे सभी चालकों को हटाने के आदेश जारी कर दिए थे। जिसके चलते कई मार्गों पर रोडवेज सेवा का संचालन बंद हो गया।
चार बसें हो गई अवधिपार
रोडवेज सूत्रों ने बताया कि बूंदी डिपो में आठ लाख किलोमीटर तक चलने वाली 4 बसें है। जिनका प्रपोजल बनाकर मुख्यालय को भिजवा दिया गया है। वर्ष 2017 के बाद से ही बूंदी डिपो में नई बसें नहीं आई है। ऐसे में बूंदी डिपो वर्ष 2011 से 2013 के बीच पहुंची बसों से काम चला रहा है। कुछ दिनों पूर्व बूंदी आए राजस्थान परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक आलोक ने खटारा व कंडम हो चुकी बसों को नीलामी करने के निर्देश दिए थे।
बूंदी डिपो में खटारा व कंडम हो चुकी 20 बसों को अजमेर केन्द्रीय कार्यशाला में भेज दिया गया है। नए साल में बंूदी डिपो को नई बसों की सौगात मिलेगी। करीब 10 से 15 नई बसें आने की उम्मीद है।
महेंद्र कुमार मीणा, प्रबंधक संचालन, रोडवेज डिपो बूंदी