मिलीभगत से फलफूल रहा बूंदी में बजरी का अवैध कारोबार
जिले में अब अवैध बजरी परिवहन पर कोई लगाम नहीं रही। पहले हाइवे 52 पर खनि विभाग ने पुलिस के साथ बरूंधन तिराहे पर नाका बना रखा था, जिसे भी हटा लिया।

मिलीभगत से फलफूल रहा बूंदी में बजरी का अवैध कारोबार
- पुलिस व खनि विभाग कार्रवाई को लेकर नहीं गंभीर
-बूंदी जिले में बजरी का खुला खेल, आमआदमी ***** रहा
-हाइवे पर सरपट दौड़ रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली और ट्रक
बूंदी. हिण्डोली. जिले में अब अवैध बजरी परिवहन पर कोई लगाम नहीं रही। पहले हाइवे 52 पर खनि विभाग ने पुलिस के साथ बरूंधन तिराहे पर नाका बना रखा था, जिसे भी हटा लिया। हिण्डोली क्षेत्र में भीलवाड़ा जिले की सीमा पर तो अवैध बजरी की मंडी सा दृश्य हो गया। परिवहन माफिया सीमा पर बजरी का स्टॉक कर पुलिस से सांठगांठ कर लोगों से कई गुने दाम वसूलने से नहीं चूक रहे।पुलिस ने इस खेल के लिए अब दलाल रख लिए। इन्हीं के भरोसे यह कारोबार शुरू कर दिया। रविवार को बूंदी एसीबी की घूस लेते पकडऩे की कार्रवाई में भी यही खुलासा हुआ।
जानकारी के अनुसार बजरी का अवैध परिवहन थमने के बजाय कई गुना बढ़ गया।उच्चाधिकारियों के आदेश मिलने पर पुलिस फोरी कार्रवाई कर अपनी जिम्मेदारी की इतिश्री कर लेने से बजरी माफिया बेखौफ हो गए। अकेले हिण्डोली उपखण्ड में फतेहगढ़,फालेण्डा, नेगढ़ सहित अंतिम छोर के कई गांव-कस्बों में बजरी के कई जगह स्टॉक जमा हो गए।इनके खिलाफ अब कोई कार्रवाई नहीं करता। रविवार को बजरी माफियाओं के आतंक के खिलाफ नेगढ़ में ग्रामीणों को खड़ा होना पड़ा। तब भीलवाड़ा जिले से 13 ट्रैक्टर-ट्रॉली बजरी लेकर हिण्डोली की ओर जाते पकड़े। खास-बात यह कि इन ट्रैक्टरों पर कोई नम्बर नहीं थे। बात-बात पर चालान करने वाली पुलिस और परिवहन विभाग की टीम को यह कहीं नहीं दिख रहे।
कार्रवाई नहीं तो महंगी क्यों?
जब बजरी परिवहन और खनन पर कार्रवाई को लेकर जिम्मेदारों ने चुप्पी साध ली तो फिर लोगों को महंगे दामों में क्यों बेचा जा रहा है? जानकार लोगों ने बताया कि इस मामले में सरकार को दखल देना चाहिए। अफसरों की जेबें भरने के लिए लोगों से की जा रही अवैध वसूली पर भी रोक लगनी चाहिए।
खल रही जनप्रतिनिधियों की चुप्पी
अवैध बजरी परिवहन के मामले में जनप्रतिनिधियों की चुप्पी अब लोगों को खल रही है। इन दिनों विधानसभा चलने के बाद भी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने यह मामला नहीं उठाया। जबकि इस मामले में सारे जनप्रतिनिधि विधानसभा में सरकार के समक्ष हालातों को रखें।
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घूस लेते पुलिस कांस्टेबल और दलाल जेल भेजे
-अवैध बजरी को हिण्डोली थाना क्षेत्र से बिना रोक निकालने की ऐवज में ली थी रिश्वत
हिण्डोली. अवैध बजरी को परिवहन करवाने की एवज में ट्रैक्टर मालिक से 6 हजार रुपए की घूस लेते पकड़े गए हिण्डोली थाने के पुलिस कांस्टेबल व दलाल को बूंदी एसीबी टीम ने सोमवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया। एसीबी के उपाधीक्षक तरुणकांत सोमानी ने बताया कि रविवार को सुखपुरा निवासी नरेश गुर्जर की शिकायत पर अवैध बजरी का परिवहन करवाने की एवज में 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए हिण्डोली थाने में तैनात पुलिस कांस्टेबल सुरेंद्र जाट व दलाल देवलाल गुर्जर को गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपियों को सोमवार को कोटा एसीबी न्यायालय ने जेल भेज दिया। एसीबी टीम ने रिश्वत की राशि लेते हुए दलाल को एक होटल से पकड़ा था। इसके बाद कांस्टेबल को पुलिस थाने से गिरफ्तार किया।
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बूंदी शहर की सीमा से गुजरे थे एक साथ 35 ट्रॉले
- अवैध बजरी परिवहन का खेल
बूंदी. बूंदी शहर में गतवर्ष 21 दिसम्बर की रात के ठीक 4.36 बजे, जब शहर के लोग मोर्निंग वॉक के लिए निकले, तभी अचानक बीच शहर से बजरी से भरे वाहन दौड़ते दिखे। शहर के नैनवां रोड के रास्ते एक के बाद एक बजरी से भरे 35 ट्रॉले निकले। इनकी खास बात यह कि ट्रोलों के आगे बत्ती लगा वाहन चल रहा था। इसकी सूचना लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम पर दी। जिस सडक़ से यह ट्रोले निकले उसी क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए। इसे लेकर सुबह ही शहर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। तब प्रारंभिक जांच बूंदी कोतवाली थाना प्रभारी ने की। बाद में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने इसकी जांच पुलिस उपअधीक्षक कालूराम वर्मा को सौंपी। जानकार सूत्रों ने बताया कि इस मामले में अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मामले की जांच करके पुलिस अधीक्षक कार्यालय को भेज दी।
कालूराम वर्मा, जांच अधिकारी व पुलिस उपअधीक्षक, बूंदी
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