जब चारा लाने वाले ही बंद हुए
लॉकडाउन की पालना में 27 मार्च को ऑटो में चारा ला रहे दयाराम सैनी से बहादुर सिंह सर्किल चारा बिखेरकर मारपीट हुई तो सभी चारा लाने वालों ने चारा लाना ही बंद कर दिया। इस विकट परिस्थिति में गोसेवक व चारा वाले कांग्रेस नेता शर्मा से मिले। तब प्रशासन से मिला गया। पूर्व राज्यमंत्री हरिमोहन शर्मा की मध्यस्थता से फिर चारा पहुंचना शुुरू हुआ। यह सिलसिला अब तक जारी रहा।
पूरे शहर ने सराहा
कोरोना काल में गोवंश और बंदरों के लिए शुरू किए गए इस कार्य को पूरे शहर ने सराहा। कई सामाजिक संगठन और सेवाभावी लोग इस अभियान का हिस्सा बने।