सामुदायिक चिकित्सालय में सामान्य प्रसव के बाद एक तीस वर्षीय प्रसूता कैलाशी बाई का दम टूट गया।
बूंदी•Dec 07, 2019 / 08:36 pm•
पंकज जोशी
प्रसव के बाद प्रसूता का टूटा दम
नैनवां. सामुदायिक चिकित्सालय में सामान्य प्रसव के बाद एक तीस वर्षीय प्रसूता कैलाशी बाई का दम टूट गया। प्रसूता की मौत से तीन दिन घंटे बाद ही नवजात शिशु के सिर से मां की ममता का साया उठ गया। चिकित्सकों ने प्रथमदृष्टया मौत का कारण रक्तचाप कम होना बताया है। टोंक जिले के कचरावता गांव निवासी कैलाशी बाई को उसका पति राजेन्द्र धाकड़ प्रसव के लिए शनिवार तडक़े चार बजे चिकित्सालय लेकर आया। चिकित्सालय में भर्ती करने के दस मिनट बाद ही सामान्य प्रसव हुआ और बच्चे को जन्म दिया। दो घंटे बाद ही प्रसूता की तबीयत बिगड़ गई। सूचना पर चिकित्सक डॉ. गोपाल नागर, डॉ. विनीत गुप्ता, डॉ. समदरलाल मीणा चिकित्सालय पहुंचे। चिकित्सकों ने हालत नाजुक होने से चिकित्सालय की एम्बुलेंस से बूंदी रैफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही प्रसूता का दम टूट गया।
दूसरे नम्बर की डिलेवरी थी
परिजनों ने बताया कि प्रसूता की यह दूसरे नम्बर की डिलेवरी थी। एक वर्ष पहले टोंक के एक निजी चिकित्सालय में हुई डिलेवरी में दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था, लेकिन दोनों की जन्म होते ही मृत्यु हो गई थी।
-प्रसूता के बायोडाटा के अनुसार स्थिति नोर्मल थी। प्रसव भी नोर्मल हुआ। ब्लीडिंग भी नहीं हो रहा था। अचानक ठंडा पसीना आकर रक्तचाप कम होना ही प्रथमदृष्टया उसकी मौत का कारण रहा है। नवजात स्वस्थ है।
डॉ. समदरलाल मीणा, प्रभारी चिकित्सक, सामुदायिक चिकित्सालय नैनवां