गोठड़ा बांध के वेस्टवीयर से पानी का रिसाव होने से मुख्य दीवार पर कई स्थानों पर गड्ढों के कारण बांध को खतरा बना हुआ है।
बूंदी•Dec 06, 2019 / 11:50 am•
पंकज जोशी
गोठड़ा बांध के वेस्टवीयर से हो रहा रिसाव, जयपुर में अटकी मरम्मत की फाइल
गोठड़ा. गोठड़ा बांध के वेस्टवीयर से पानी का रिसाव होने से मुख्य दीवार पर कई स्थानों पर गड्ढों के कारण बांध को खतरा बना हुआ है। जानकारी के अनुसार वर्ष 1956 में बेजाण नदी पर गोठड़ा बांध का निर्माण करवाया गया है। बांध की कुल भराव क्षमता 24.59 फीट है। वहीं ओवरफ्लो पानी की निकासी के लिए करीब 1.50 किमी वेस्टवीयर बनी हुई है। कई सालों से बांध की वेस्टवीयर की नियमित मरम्मत नहीं होने से अंदर की दीवार पर लगा लेमीना हट चुका है। इस कारण जब बांध भर जाता है तो रिसाव शुरू हो जाता है। इससे काफी मात्रा में पानी व्यर्थ बह जाता है। गोठड़ा बांध इस बार करीब दो साल बाद पूरा भर पाया है। बांध की नहरों से करीब दो दर्जन से अधिक गांवों की करीब साढ़े पांच हजार हैक्टेयर भूमि सिंचित होती है।
पांच साल पहले हुई थी मरम्मत
जल संसाधन विभाग के सूत्रों के अनुसार बांध की मुख्य सुरक्षा दीवार के अंदर की ओर हो रहे गड्ढों एवं दरारों को भरने के लिए छह साल पूर्व मरम्मत करवाई थी, लेकिन पानी के दबाव एवं पुराना बांध होने से जल्दी ही गड्ढे एवं दरारें पड़ गई है। जिससे बांध भरने के साथ ही रिसाव हो रहा है।