कस्बे में हो रही मेज नदी योजना से सप्लाई के नलकूपों में जलस्तर गहरा जाने से कस्बे के लोगों को तीन दिन मेें एक बार नलों में पानी मिल रहा है। जिससे उपभोक्ताओं को पेयजल समस्या हो रही है।
बूंदी•Jun 16, 2021 / 09:42 pm•
पंकज जोशी
3 दिन में एक बार जलापूर्ति
3 दिन में एक बार जलापूर्ति
हिण्डोली. कस्बे में हो रही मेज नदी योजना से सप्लाई के नलकूपों में जलस्तर गहरा जाने से कस्बे के लोगों को तीन दिन मेें एक बार नलों में पानी मिल रहा है। जिससे उपभोक्ताओं को पेयजल समस्या हो रही है। जानकारी के अनुसार मेज नदी में स्थित एनिकट सूख जाने से मेज नदी पेयजल योजना में लगे 4 नलकूपों में जलस्तर गहरा गया है। कस्बे में स्थित पानी की टंकियां नहीं भर पा रहे हैं। इससे जलदाय विभाग ने 2 दिन के बजाय अब कस्बे में 3 दिन में एक बार जलापूर्ति शुरू कर दी है। कस्बे में हैण्डपंप कम होने व अन्य पेयजल के साधन नहीं होने से लोग नलों पर ही निर्भर है।
दो ट्यूबवेल चालू, एक बंद
जलदाय विभाग ने पुराने नलकूपों में से दो नलकूप सोमवार को चालू कर दिए। एक ट्यूबवेल पर लगाया ट्रांसफार्मर जल जाने से बंद पड़ा है। इससे जलापूर्ति में विशेष सुधार नहीं हुआ। कनिष्ठ अभियंता पवन राठौर ने बताया कि ट्रांसफार्मर लगाने की मांग को लेकर निगम के सहायक अभियंता से मिले हैं। जल्द ही ट्रांसफार्मर लगने के बाद दोनों नलकूपों से कस्बे में जलापूर्ति शुरू करवा दी जाएगी।
पानी को लेकर महिलाओं का प्रदर्शन
नैनवां. कस्बे के वार्ड 17 में पानी की समस्या से परेशान वार्ड की महिलाओं ने मंगलवार को जलदाय विभाग कार्यालय पर पहुंच प्रदर्शन किया। विभाग के अधिकारियों से जलापूर्ति में सुधार कराने व वार्ड में रखी टंकियों को टैंकरों से भरवाने की मांग की। पांच दिनों से जलापूर्ति नहीं होने व नगरपालिका द्वारा रखवाई टंकिया भी खाली रहने से महिलाएं पहले नगरपालिका कार्यालय पहुंच अधिशासी अधिकारी को समस्या बताई। अधिशासी अधिकारी महिमा डांगी के जलदाय विभाग की जिम्मेदारी बताई तो महिलाओं ने जलदाय विभाग कार्यालय पहुंच प्रदर्शन किया। महिलाएं धरने पर बैठने लगी तो कनिष्ठ अभियन्ता डीपी चौधरी ने जलापूर्ति में सुधार करने एवं तत्काल टंकियों को भरने के लिए एक टैंकर रवाना करवाया। उसके बाद महिलाएं वापस लौटी।
टैंकर भेज भरवाएंगे टंकियां
जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियन्ता डीपी चौधरी ने बताया कि विद्युत कटौती से वार्ड 17 की जलापूर्ति प्रभावित हो गई थी। शाम को वार्ड में जलापूर्ति करवा दी। जहां लाइन नहीं वहां के लिए टैंकर भेज कर टंकियों को भरवाया जाएगा।