scriptसीएचसी में मात्र एक चिकित्सक, वह भी क्वारंटीन | Bundi News, Bundi Rajasthan News,In CHC,Just a doctor,That too quarant | Patrika News
बूंदी

सीएचसी में मात्र एक चिकित्सक, वह भी क्वारंटीन

नोताडा. क्षेत्र के देहीखेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर नियुक्त मात्र एक चिकित्सक के छुट्टी पर चले जाने से सोमवार को भी अस्पताल में रोगियों को देखने वाला कोई नहीं था।

बूंदीOct 20, 2020 / 07:45 pm

पंकज जोशी

सीएचसी में मात्र एक चिकित्सक, वह भी क्वारंटीन

सीएचसी में मात्र एक चिकित्सक, वह भी क्वारंटीन

सीएचसी में मात्र एक चिकित्सक, वह भी क्वारंटीन
इलाज के लिए तरस रहे लोग
नोताडा. क्षेत्र के देहीखेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर नियुक्त मात्र एक चिकित्सक के छुट्टी पर चले जाने से सोमवार को भी अस्पताल में रोगियों को देखने वाला कोई नहीं था। रोगी चिकित्सक नहीं होने से करीब बीस किलोमीटर दूर कापरेन या लाखेरी अस्पताल जाकर इलाज करवा रहे हैं। गौरतलब है कि कस्बे के अस्पताल में स्वीकृत चिकित्सकों के 6 में से पांच पद रिक्त चल रहे हैं और एक मात्र चिकित्सक है। जिनके पास अस्पताल प्रभारी का भी दायित्व है, वो भी 24 अक्टूबर तक कोरोना के चलते एहतियात क्वारंटीन है। जिससे अस्पताल की व्यवस्था चरमरा रही हैं।
वहीं देहीखेड़ा थाना क्षेत्र में हादसों में मृत्यु होने पर पोस्टमार्टम की कार्रवाई या लड़ाई झगड़ों में मेडिकल के लिए पुलिसकर्मियों व पीडि़तों को लाखेरी अस्पताल जाना पड़ा रहा है। रविवार को ट्रेन की चपेट में आने से एक अज्ञात जने की जने की मौत हो गई थी। जिसकी शिनाख्त नहीं होने पर शव को चिकित्सक के अभाव में लाखेरी ले जाना पड़ा, तब जाकर पोस्टमार्टम हो पाया। वहीं क्षेत्र के तीन दर्जन गांवों को भी चिकित्सक का परामर्श नहीं मिल पा रहा है।
& अस्पताल की अव्यवस्था को देखकर लगता है कि अस्पताल खुद बीमार है। जिम्मेदारों का अस्पताल की ओर ध्यान नहीं है। जिससे आमजन परेशान है। इसके लिए जिला कलक्टर को पत्र लिखकर दशा सुधारने का आग्रह किया।
दिनेश व्यास, व्यापार मण्डल अध्यक्ष, देहीखेड़ा
सीएचसी में चिकित्सक नहीं होने के कारण रोजाना कई मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता रहा है। इस समस्या को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों को भी अवगत करवा दिया है, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
विष्णु शर्मा, घाट का बराना
अस्पताल में करीब तीन दर्जन गांवों के लोग इलाज करवाने आते हैं, लेकिन चिकित्सक नहीं होने से परेशान हैं। अस्पताल में कोई दवाई की पर्ची लिखने वाला भी नहीं है। ऐसे में कापरेन या लाखेरी जाने की मजबूरी बन गई है।
रामेश्वर नागर, ग्रामीण, झपायता
अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के चलते थाने में आने वाले लड़ाई, झगड़े के केसों का मेडिकल करवाने या दुर्घटना में मृतकों के पोस्टमार्टम या फिर प्राथमिक उपचार आदि के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। चिकित्सकों के अभाव में पोस्टमार्टम या मेडिकल की कार्रवाई के लिए लाखेरी अस्पताल जाना पड़ता है।
सत्यनारायण गोचर, थानाधिकारी, थाना देहीखेड़ा

Home / Bundi / सीएचसी में मात्र एक चिकित्सक, वह भी क्वारंटीन

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो