बूंदी. जिले में बुधवार को मौसम की करवट बदली और माघ माह से कई?जगहों पर मेघ सावन की तरह बरसते नजर आए।
बूंदी•Jan 15, 2020 / 10:03 pm•
पंकज जोशी
माघ माह में सावन की तरह बरसे मेघ
बूंदी. जिले में बुधवार को मौसम की करवट बदली और माघ माह से कई?जगहों पर मेघ सावन की तरह बरसते नजर आए। सुबह की शुरूआत कोहरे के साथ हुई। सूर्य देव कोहरे के कारण नजर नहीं आए। दोपहर तीन बजे बाद अचानक मौसम ने पलट गया। आसमान में बादल छा गए और हिण्डोली-नैनवां क्षेत्र में बारिश शुरू हो गई। कई जगहों पर अचानक तेज बरसात शुरू हुई। बूंदी शहर में शाम सवा सात बजे के करीब अचानक तेज बारिश हुई। सडक़ों पर पानी बह निकला। लोग अपने घरों को लौटने लगे। बाजार में भी जल्द ही सन्नाटा पसर गया। बुधवार को अधिकतम तापमान 21 व न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हिण्डोली. मौसम के अचानक रंग बदलने से सर्दी का सितम बढ गया है। दिन भर आसमान पर बादल छाए रहे एवं शाम को कुछ देर के लिए मावठ हुई। कस्बे सहित गलन और बढ़ गई हैं। सुबह से ही सर्द हवाओं से जनजीवन प्रभावित रहा। किसानों ने बताया कि हवाओं के साथ मावठ व सर्दी बढऩे से सब्जी की फसलों को नुकसान होने की संभावना रहेगी।
कापरेन.कस्बे सहित क्षेत्र में बुधवार को मौसम में बदलाव होने और शाम को हल्की बरसात होने से गलन बढ़ गई। दिनभर बादल छाए रहे। दोपहर को कुछ देर हल्की धूप खिली, लेकिन थोड़ी देर बाद ही वापस बादल होने से लोग जल्दी घरो में दुबक गए। शाम को साढ़े पांच बजे करीब हल्की बरसात शुरू हो गई। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई। किसानों का कहना है कि क्षेत्र में गेहंू की फसल एक से डेढ़ माह की हो चुकी है। ऐसे में अधिकतर किसान पहला पानी दे चुके हैं। इसके बाद बरसात होने से गेहू के पीले पडऩे व उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है। वही अधिक बरसात होने पर चना, सरसो, मटर, व सब्जी आदि फसलो को नुकसान होने की आशंका बढ़ गई हैं। जिन किसानों ने अब तक फसलो को पानी दिया है उनमें लाभ होगा लेकिन खेतो में पानी भरा तो उनमें भी नुकसान होगा।
नोताड़ा.कस्बे में बुधवार शाम कुछ देर हल्की बूंदाबंादी हुई। सर्द हवा ने लोगों की धुजणी छुड़ा दी। लोग अलाव जलाकर सर्दीसे बचते नजर आए।