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बूंदी

किसानों का कतारों में बीता दिन

यूरिया खाद लेने के लिए सोमवार को भी खाद लेने आए किसानों की भीड़ लगी रही।

बूंदीNov 23, 2021 / 06:08 pm

पंकज जोशी

किसानों का कतारों में बीता दिन

किसानों का कतारों में बीता दिन

किसानों का कतारों में बीता दिन
नैनवां. यूरिया खाद लेने के लिए सोमवार को भी खाद लेने आए किसानों की भीड़ लगी रही। सोमवार को नैनवां में चार दुकानों पर तीन हजार कट्टे खाद पहुंचने के बाद भी कई किसानों को खाली हाथ रह गए। पुलिस व कृषि विभाग के अधिकारियों ने प्रति किसान दो-दो कट्टे वितरित कराए। शाम तक किसान कतारों में लगे रहे। सहायक कृषि अधिकारी गणेश प्रसाद सोनी ने बताया कि सोमवार को चार दुकानों पर 173.16 मीट्रिक टन यूरिया आया। इधर, कृषि उपनिदेशक रमेशचंद जैन व जिला कृषि अधिकारी राजेश शर्मा सोमवार को यूरिया खद की किल्लत की स्थिति व वितरण व्यवस्था देखने नैनवां पहुंचे। उन्होंने बताया कि मंगलवार को बूंदी जिले में तीन हजार मीट्रिक टन यूरिया पहुंच जाएगा।
कापरेन. कस्बे सहित क्षेत्र में खाद की किल्लत लगातार बनी हुई है। जिसको लेकर किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और खाद के लिए कतारों में लगना पड़ रहा है। सोमवार को कस्बे की मार्केटिंग सोसायटी में पहुंचा 1800 बेग डीएपी खाद कुछ ही देर में खत्म हो गया। मार्केटिंग सोसायटी के व्यवस्थापक महावीर गौतम, राधेश्याम वर्मा ने बताया कि प्रत्येक किसान को चार-चार कट्टे डीएपी दिया गया। मुख्य सडक़ पर किसानों की भीड़ लग जाने से आवागमन बाधित रहा।
भण्डेड़ा. सोरण गांव के एक दुकान पर सोमवार को यूरिया आया तो किसानों की भीड़ उमड़ पडी। महिलाएं भी कतार में नजर आई है। कृषि पर्यवेक्षक मौके पर पहुंचे व किसानों की लाइन लगाकर वितरण करवाया। कृषि पर्यवेक्षक मीनाक्षी गुर्जर ने बताया कि करीब 50 किसानों को एक-एक कट्टे वितरण किया था। इस पर भीड़ ने हंगामा कर दिया। जिससे खाद वितरण रोकना पड़ा। दोपहर बाद दबलाना थाने से बीट प्रभारी पांचूराम चौधरी जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे व वितरण करना शुरू किया।
सिंचित क्षेत्र में खाद के लिए मारामारी शुरू
केशवरायपाटन. मावठ होने के बाद सिंचित क्षेत्र में यूरिया और डीएपी खाद की मांग बढ़ गई है। मांग के अनुरूप खाद नहीं पहुंचने से किसान परेशान हो रहे हैं। किसान सुबह से ही खाद के लिए उपखंड मुख्यालय पहुंच जाते हैं, जहां पर खाद नहीं मिलने के बाद निराश लौटना पड़ता है।
केशव क्रय विक्रय सहकारी समिति व निजी डीलरों के पास कभी एक तो कभी दो गाडिय़ां खाद पहुंच रहा है जो कम पड़ रहा है। किसानों को खाद के 1 व 2 कट्टे के लिए लाइन में लगना पड़ रहा है, लेकिन फिर भी उनको खाद नहीं मिल रहा है।

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