किसी से कोई सहायता नहीं मांगते। खुद ही राशन व सब्जी खरीद कर लाते। खुद ही खाना बनाते और उसे जरूरतमंदों को पहुंचा रहे।
बूंदी•Apr 03, 2020 / 10:09 pm•
पंकज जोशी
नवयुवकों में जज्बा :दो सौ लोगों का भोजन खुद ही तैयार करते, खुद ही पहुंचाते
नवयुवकों में जज्बा :दो सौ लोगों का भोजन खुद ही तैयार करते, खुद ही पहुंचाते
नैनवां. किसी से कोई सहायता नहीं मांगते। खुद ही राशन व सब्जी खरीद कर लाते। खुद ही खाना बनाते और उसे जरूरतमंदों को पहुंचा रहे। इस संक्रमण के संकट की घड़ी में यह नवयुवक नाम के लिए नहीं जरूरतमंदों की सहायता के लिए ही काम कर रहे। रोजाना दो सौ लोगों को खाना उपलब्ध कराना लक्ष्य बना लिया।11 दिन हो गए, इसे दिनचर्या का हिस्सा बना लिया।उद्देश्य सिर्फ यह कि लॉकडाउन में कोई भूखा नहीं रहे। कस्बे से दो किमी दूर हाइवे सर्विस रोड पर एक पेट्रोल पम्प के पास एक हॉल को भोजनशाला बना लिया।इस सेवा में जुटे नवयुवक नैनवां ही नहीं आस-पास के गांव रजलावता, दियाली, कचारावता गांव तक पहुंचकर जरूरतमंदों के साथ सडक़ों से पैदल निकल रहे। सुमित जैन, प्रांशुल बंसल, एश्वर्य जैन, नीरजकुमार, रितिक जैन, मोहित जैन, शुभम मित्तल, अंकुश बजाज, गिरिश जैन व सौरभ मोडिका सहयोगी बने हुए हैं।