पेन व कलम थामने वाले शिक्षकों को कोरोना वायरस से जंग लडऩे के लिए हाथों में लाठियां थामनी पड़ गई।
बूंदी•Apr 03, 2020 / 10:04 pm•
पंकज जोशी
कलम की जगह अब हाथों में शिक्षकों ने थामी लाठियां
कलम की जगह अब हाथों में शिक्षकों ने थामी लाठियां
-प्रशासन के तय किए प्वाइंटों पर रोक रहे आवाजाही
नैनवां. पेन व कलम थामने वाले शिक्षकों को कोरोना वायरस से जंग लडऩे के लिए हाथों में लाठियां थामनी पड़ गई। शिक्षक पुलिस कर्मियों की तरह कोरोना के कर्मवीर बनकर नाकाबंदी कर रहे।
सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए लॉकडाउन की पालना कराने व एक जिले से दूसरे जिलों में प्रवेश रोकने के लिए सील किए मार्गों पर आवाजाही रोक रहे।रात के समय हाथों में लाठियां लेकर ड्यूटी पर शिक्षकों को लगा दिया। टोंक में लगातार कोरोना वायरस पॉजीटिव आने से बूंदी जिला प्रशासन ने टोंक की ओर से आने वाले सभी सडक़ मार्ग सील कर दिया। टोंक की ओर से आने वाले व नैनवां से टोंक की ओर किसी भी वाहन व पैदल राहगीर को आने-जाने नहीं दिया जा रहा। उनियारा-गुलाबपुरा एनएच 148 डी पर कासपुरिया गांव के पास, टोंक-नैनवां- केशवरायपाटन राज्य राजमार्ग 34 पर धीरपुर मोड पर पुलिस ने नाकाबंदी कर सीमा को सील कर दिया।इसके अलावा टोंक जिले के गांवों से जुड़े भट्टों का नयागांव-बालूंदा मार्ग, उगैन-बालूंदा मार्ग, उगैन-जैल मार्ग व बडोली-खेडी मार्ग पर शिक्षकों को नाकाबंदी की कमान संभला दी। ताकि जिले के लोग सुरक्षित रहे।
बांसी.हानर्स ग्रुप ने सरपंच सत्यप्रकाश शर्मा की अगुवाई में लोगों सेनेटाइज करने का बीड़ा उठा लिया। इस काम में 20 युवा जुट गए।