सऊदी अरब के यम्बू में बंधक बूंदी जिले के नैनवां निवासी गफ्फार और भरतपुर के नदबई के कटारा गांव के रहने वाले विश्राम जाटव ने बुधवार को 8 माह के लंबे इंतजार बंधन से मुक्त होकर आजादी की सांस ली।
बूंदी•Jun 24, 2021 / 07:14 pm•
Narendra Agarwal
सऊदी अरब में कैद सेे आजाद हुए राजस्थान निवासी दोनों भारतीय, छलके खुशी के आंसू
बूंदी. सऊदी अरब के यम्बू में बंधक बूंदी जिले के नैनवां निवासी गफ्फार और भरतपुर के नदबई के कटारा गांव के रहने वाले विश्राम जाटव ने बुधवार को 8 माह के लंबे इंतजार बंधन से मुक्त होकर आजादी की सांस ली। राजस्थान के निवासी दोनों भारतीय नागरिक कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद बुधवार शाम जेद्दाह एयरपोर्ट से शारजाह के लिये रवाना हो गये। जहां से गुरुवार सुबह फ्लाइट से वह जयपुर पहुंचेंगे।
विदेश में संकटग्रस्त भारतीयों की सहायता के लिए कार्य करने वाले कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा पिछले चार माह से लगातार राजस्थान के निवासी दोनों भारतीयों की वापसी के लिए प्रयास कर रहे थे। उन्होंने नई दिल्ली, राष्ट्रपति भवन प्रधानमंत्री कार्यालय व विदेश मंत्रालय जाकर वर्क एग्रीमेंट पूरा होने के बाद भी दोनों भारतीयों बंधक बनाने को अंतरराष्ट्रीय कानूनों व मानव अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए न्याय के लिए आवाज उठाई। सात समंदर पार परदेश में बंधन से मुक्त होकर भारत के लिये रवाना होने की खुशी विश्राम जाटव व गफ्फार के चेहरे पर झलक आयी। जेद्दाह एयरपोर्ट पर आजादी की खुशी से उनकी आंखों में आंसू छलक आए। अपना दर्द बताते हुए दोनों भावुक हो गए।