यहां खतरे के साये में पढऩे को मजबूर छात्राएं…
सात साल पूर्व सरकारी रिकॉर्ड में जर्जर में घोषित हो चुके कस्बे के प्रमुख बाजार में स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय भवन किसी भी वक्त धराशायी हो सकता है।
यहां खतरे के साये में पढऩे को मजबूर छात्राएं…
इंद्रगढ़. सात साल पूर्व सरकारी रिकॉर्ड में जर्जर में घोषित हो चुके कस्बे के प्रमुख बाजार में स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय भवन किसी भी वक्त धराशायी हो सकता है। इससे विद्यालय में अध्यनरत छात्राएं और प्राचार्य सहित समस्त स्टाफ चिंतित है। कुछ कमरों की पटिया टूटी हुई है जिन को रोकने के लिए लगी लोहे की एंगल लगा रखी है। एंगल भी गल चुकी है। हादसे से बचने के लिए विद्यालय स्टाफ ने अभी जर्जर कमरों में फि लहाल बालिकाओं को बिठाना बंद कर रखा है। जिन कमरों में बालिकाओं को बिठाया जा रहा है वह भी प्लास्टर उखडऩे से खस्ताहाल है। इन कमरों की छतें भी टपक रही है जिसके कारण छात्राओं को अध्ययन करने में दिक्कत उठानी पड़ रही है। विद्यालय में कक्षा 9 से 12 तक कुल 507 छात्राएं अध्ययनरत है, जो वर्तमान में मात्र तीन कमरों में बैठने को मजबूर है। कमरों का आकार छोटा होने से बालिकाएं ठसाठस अवस्था में बैठती है। जर्जर भवन को लेकर छात्राओं के अभिभावकों में रोष व्याप्त है। शनिवार को जर्जर भवन की समस्या को लेकर विद्यालय की 12वीं कक्षा की छात्राओं ने उनके कक्ष के ताला लगा दिया, जिसे बाद में प्रधानाचार्य नर्मदा मुरारिया ने समझा खुलवाया। विद्यालय में सोमवार को इन्द्रगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अजय शर्मा, पूर्व पालिका उपाध्यक्ष राधेश्याम पंकज, नगर कांग्रेस अध्यक्ष राजू खान सहित आधा दर्जन जनप्रतिनिधियों ने पहुंचकर समस्या का जायजा लिया।
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