मेले भाईचारा व एकता के प्रतीक
मेले के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि रहे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जंगा ने कहा कि मेले हमारी भारतीय संस्कृति की धरोहर हैं। जिसमें होने वाले धार्मिक आयोजन आपसी भाईचारे, शांति व एकता के प्रतीक हैं। इस परंपरा को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। इस दौरान मेला संरक्षक रामकिशन गुर्जर, संयोजक हेतराम चांदना, कोषाध्यक्ष जुगल शर्मा, सिख समाज के पूर्व अध्यक्ष चरनजीत सिंह, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष जगरूप सिंह रंधावा, मुस्लिम समाज के वहीदभाई, सरपंच संघ अध्यक्ष रामलाल मीणा, नोताड़ा सरपंच देवलाल गुर्जर, बल्लोप सहकारी समिति अध्यक्ष बाबूलाल कुशवाह, नवीन जोहरी, जोधराज गुर्जर, हरीश गुप्ता, मोतीलाल चौधरी, बजरंग लाल मेघवाल, भंवरलाल शर्मा, देवराज शृंगी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। अतिथियों को मंच पर प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। मेला अध्यक्ष महेंद्र सिंह ने अतिथियों को धन्यवाद दिया।
थानक पर काटी ड़सिया
तेजाजी के थानक पर विशेष पूजा अर्चना के साथ ही सर्प दंश से पीडि़तों की डसियां काटी गई। इस दौरान भक्तों का दर्शनों के लिए तांता लग गया।
दिखाए करतब
शोभायात्रा में युवाओं ने हैरतअंगेज करतब दिखाकर लोगों को रोमांचित कर दिया। अखाड़ों में युवाओं ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया। शोभायात्रा में भोपतपुरा की ओम व्यायाम शाला, तालेड़ा बजरंगदल व्यायाम शाला व केशवरायपाटन बजरंगदल अखाड़ा सहित कई अखाड़े शामिल हुए।