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कीचड़ से सने मैदान में खिला रहे हॉकी

locationबूंदीPublished: Sep 02, 2018 08:40:16 pm

Submitted by:

Devendra

खेल मैदान में हो रहा कीचड़ व गड्ढों में भरा पानी हॉकी के खिलाडिय़ों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है।

keechad se sane maidaan mein khila rahe hokee

कीचड़ से सने मैदान में खिला रहे हॉकी

शिक्षा विभाग की अनदेखी से खिलाड़ी परेशान
नैनवां. खेल मैदान में हो रहा कीचड़ व गड्ढों में भरा पानी हॉकी के खिलाडिय़ों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। शिक्षा विभाग प्रतियोगिता शुरू होने से पहले मैदान को व्यवस्थित नहीं कर पाया। ऐसे में पानी व कीचड़ से सने मैदान में ही माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों की जिला स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन कराया जा रहा है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के मैदान के हाल इतने खराब हैं कि दौड़ते वक्त खिलाडिय़ों के पैर फिसल रहे हैं। जिससे कीचड़ में लथपथ होने के साथ ही चोटिल भी हो रहे हैं। रविवार को हुए दो हॉकी मैचों में यही हाल देखने को मिले। प्रतियोगिता शनिवार को शुरू हुई थी। इस दौरान मैदान की सफाई कराना तो दूर मैदान में हो रहे गड्ढों को भी नहीं भराया गया। प्रतियोगिता के आयोजन में अन्य प्रकार की अव्यवस्थाएं भी खिलाडिय़ों को खल रही थी। गोल नेट की भी व्यवस्था नहीं थी, गोल डी पर बोर्ड की जगह टेबलें ही आड़ी लगा रखी थी।
इनके बीच हुआ मुकाबला
छात्रों की प्रतियोगिता में सुवानिया की टीम ने बालापुरा की टीम को पांच गोल से हराया। छात्राओं की प्रतियोगिता में मॉडल स्कूल ने फूलेता की टीम को एक गोल से हराया।
बता दिया था उच्च अधिकारियों को
शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को पूर्व में ही बता दिया था कि खेल मैदान नहीं होने से उच्च माध्यमिक विद्यालय के मैदान में प्रतियोगिता का आयोजन करना पड़ रहा है। जिसमें गड्ढे होने से बरसात का पानी भरने व कीचड़ होने की बात कही थी।
प्रदीप कुमार पाण्डेय, संयोजक प्रतियोगिता
खेलों से आता जीवन में अनुशासन
बूंदी.विद्या भारती शिक्षा संस्थान बूंदी की जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के समापन अवसर पर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक अनिल ने कहा कि खेलों से जीवन में अनुशासन आता है। हमारे पारंपरिक खेल समाप्त होते जा रहे हैं। उन्हें वापस हमें जीवित रखना है। खो-खो, कबड्डी, रुमाल झपट्टा, सतोलिया हमारे पारंपरिक खेल है। विद्या भारती की ओर से चलाए जा रहे विद्यालयों में इन खेलों को प्रमुखता से खेला जाता है, जिससे हमारी संस्कृति जीवित है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रमेश भारद्वाज ने विद्यार्थियों को हार से निराश नहीं होकर आगे बढऩे के लिए दृढ़ संकल्प दिलाया। मुख्य अतिथि विद्या भारती के पूर्व छात्र डॉक्टर हिमांशु गौतम ने अपने पुराने संस्मरण बताए। उन्होंने कहा कि कठोर परिश्रम से जीवन में सफसलता मिलती है। इसलिए लगातार प्रयास करें। कबड्डी में आदर्श विद्या मंदिर नैनवां रोड के भैया-बहन प्रथम रहे। एथलेटिक्स दौड़ प्रतियोगिता में हिंडोली के भैया प्रथम रहे। कार्यक्रम के प्रबंध प्रमुख सत्यनारायण ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जिला सचिव जय प्रकाश शर्मा, प्रधानाचार्य राधेश्याम शर्मा, संयोजक हेमेंद्र उपस्थित रहे।
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