तापमान बढऩे से भिंडी व टमाटर को चट कर रहे कीट
क्षेत्र में खेतों में लगा रखी सब्जियों में तापमान की बढ़ोतरी के साथ ही कीटों का प्रकोप शुरू हो गया है।
बड़ानयागांव. क्षेत्र में खेतों में लगा रखी सब्जियों में तापमान की बढ़ोतरी के साथ ही कीटों का प्रकोप शुरू हो गया है। कीट सब्जियों के पौधों को चट कर रहे हैं। इससे किसानों की नींद उड़ गई है। किसान अपनी मेहनत की फ सलों को बचाने के लिए बाजार से महंगे दामों में कीटनाशक दवाइयां खरीद कर छिडक़ाव कर रहे हैं, लेकिन कीट प्रकोप पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है।
किसानों ने बताया कि इस समय खेतों में टमाटर व भिंडी की सब्जी बड़ी मात्रा में की जा रही है। एक सप्ताह से मौसम में बदलाव होने से इनमें कीटों का प्रकोप हो गया है। कीट भिंडी और टमाटर के पौधों के पत्ते को चट कर रहे हैं। उसके बाद पौधा भी सूख कर नष्ट हो रहा है। इस बार बड़ानयागांव, मांगलीकला, मांगली खुर्द, बोरखेड़ा, टहला, डेरोली, खातीखेड़ा, जड़ का नयागांव, सथूर, हरिपुरा, बड़ोदिया, चतरगंज, चेंता, बिचड़ी, कल्याणपुरा, रामी की झोपडिय़ां, तूरखड़ी व बहादुरपुरा में टमाटर व भिंडी की बुवाई की गई है।
मौसम में बदलाव होने के साथ ही इस समय सब्जियों में कीटों का प्रकोप शुरू हो गया है। किसानों को अब फसल बचाने की चिंता सताने लगी है। जानकारी के अभाव में सही कीटनाशक दवाइयों का उपयोग नहीं करने से किसानों को फ ायदा नहीं मिल पा रहा है। कृषि पर्यवेक्षक एवं कृषि विशेषज्ञों को गांव में जाकर किसानों को फ सलों में कीटों के बचाव की जानकारी देनी चाहिए।
सतवीर गुर्जर, खेत मजदूर कांग्रेस जिला महासचिव
इस समय ज्यादातर जमीन खाली रहती है। ऐसे में तापमान की बढ़ोतरी होने के साथ ही कीट सब्जियों को चपेट में ले लेते हैं। किसान कीटों से बचाने के लिए क्योनालपोस कीटनाशक दवा का 1 लीटर प्रति हैक्टेयर के हिसाब से छिडक़ाव करें। वैसे समय-समय पर गांव में जाकर किसानों को कीटों से बचाव की जानकारी दी जाती है
रोडूलाल वर्मा, कृषि पर्यवेक्षक बड़ानयागांव