शहर के जैतसागर झील किनारे पर स्थित आरटीडीसी की होटल वृंदावती को सरकार ने बंद कर दिया।होटल को बंद करने के आदेश पहुंचने के बाद होटल के सामानों को अन्य जगह पर भेजने की तैयारी की जा रही है। राज्य सरकार बीते कई दिनों से होटल पर ताले लगाने की गुपचुप तैयारी कर रही थी।
बूंदी जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए खोली गई एक मात्र सरकारी होटल अब ताले में बंद रहेगी। इस बाबत राजस्थान टूरिज्म डवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड राजस्थान सरकार उपक्रम के प्रबंध निदेशक ने बूंदी की आरटीडीसी की होटल वृंदावती को बंद करने के आदेश जारी कर दिए। अब यहां पर यात्रियों व कर्मचारियों के बजाए सन्नाटा नजर आएगा। वर्तमान में कार्यरत स्टॉफ ने भी दिशा निर्देशों की पालना शुरू कर दी।
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सरकार की अनदेखी पड़ी भारी
लंबे समय से होटल वृंदावती घाटे में चल रही बताई। सरकार की अनदेखी के चलते यहां पर अव्यवस्थाएं हावी हो गई।अब सरकार ने व्यवस्थाओं में सुधार करने के बजाए होटल को बंद कर दिया।
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खाली करने की तैयारी
जानकारी के अनुसार प्रबंध निदेशक ने वर्तमान में कार्यरत स्टॉफ को होटल में मौजूद फर्नीचर, खाद्य सामग्री सहित अन्य सामानों का अवलोकन कर सूची बनाने के आदेश जारी कर दिए। उक्त आदेश पर यहां निगम इकाई से संपर्क कर वहां पर सौंपने के निर्देश दे गए। होटल की बुकिंग निरस्त करने, स्टॉफ का विवरण जयपुर देकर, अन्य जगहों पर रिक्त पदों को भरने के लिए कहा है। बूंदी की होटल की सुरक्षा के लिए सुरक्षा प्रहरी की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
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सबसे पहले ‘पत्रिका’
राजस्थान पत्रिका ने सबसे पहले लोगों को बता दिया था कि सरकार होटल वृंदावती को बंद कर सकती है।होटल में कार्यरत कर्मचारियों ने मौखिक आदेशों के बाद यहां बुकिंग करना बंद कर दिया था। अब होटल पर ताला लगाने के आदेश भी जारी हो गए।
१९९३ में हुई थी शुरू
होटल वृंदावती वर्ष १९९३ में शुरू हुई थी। इसका ६ मई १९९३ को तत्कालीन राज्यपाल के सलाहकार वी.वी. एल. माथुर ने लोकार्पण किया था।
बंद करने के मिल गए आदेश
होटल को बंद करने के आदेश मिल गए। उच्च स्तर से मिले आदेश की पालना शुरू कर दी है।एडवांस बुकिंग वालों की राशि लौटा दी गई।अब गेट पर ताला लगा दिया।
धर्मसिंह चौधरी, मैनेजर आरटीडीसी, बूंदी