बाद में अपनी मांग को लेकर उपखंड कार्यालय पर पहुंचे और धरना देकर बैठ गए। यहां उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं होने तक मन्दिर के पुजारी शीजीनाथ व परिवार के किसी भी सदस्य को मन्दिर में सेवा नहीं करने देने, दानपेटी की सम्पूर्ण राशि व चाबियां प्रशासन के अधिकार में रखने में, दानपेटी खोलने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की। उपखंड अधिकारी ने इस मामले में सात दिन में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इसके बाद लोगों ने धरना समाप्त कर दिया। प्रदर्शन के दौरान हिंडोली सीआई लक्ष्मण सिंह राजपूत व दबलाना सीआई सत्यवीर मय जाप्ता के मौजूद रहे।
यह है मामला
करीब एक माह पहले 42 गांवों के लोगों ने लकड़ेश्वर महादेव की नई समिति का गठन किया था। नई समिति के सदस्यों ने समिति का देवस्थान विभाग में रजिस्ट्रेशन भी करवा लिया, लेकिन पुरानी समिति ने नई समिति को दानपेटी की चाबी व समिति सम्बंधित दस्तावेज नहीं सौंपे।
विवाद बढऩे पर पुलिस व प्रशासन ने दोनों समितियों को पाबंद किया था कि जब तक कोई फैसला नहीं लिया जाता तब तक दानपेटी नहीं खोली जाएगी, लेकिन सोमवार को पुरानी समिति द्वारा दानपेटी खोलने से प्रशासन के खिलाफ 42 गांवों के लोगों में रोष व्याप्त हो गया और पेच की बावड़ी कस्बे में पहुंचकर बाजार बंद करवा दिया।
्रमिक अनशन में बदला धरना कॉलेज सरकारी करने की मांग
नैनवां. कॉलेज को सरकारी करने की मांग के समर्थन में सर्वदलीय महाविद्यालय संघर्ष समिति की ओर से उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर दिया जा रहा धरना मंगलवार को क्रमिक अनशन में बदल गया। मंगलवार को समिति के पांच सदस्य अनशन पर बैठे, जबकि अन्य सदस्य धरने पर रहे।
संघर्ष समिति के संयोजक गोपीलाल सैनी, छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष दिलखुश पोटर, विजय मीना, कमलेश नागर व विजय मीना अनशन पर बैठे। अनशनकारियों के साथ पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रमोद जैन, पार्षद रजनीश शर्मा, बालकृष्ण गुर्जर, महावीर योगी, ओमप्रकाश मीना, नन्दलाल खन्ना, विनोद बैरवा व संत दयालदास धरने पर बैठे।