आधा घण्टे तक खाली रही कुर्सियां
जिला अस्पताल में शाम चार बजे आउटडोर समय शुरू हुआ। ठीक चार बजे नाक कान गला रोग कक्ष में विशेषज्ञ डॉ.नरेश जाटोलिया अपनी कुर्सी पर बैठे थे। इसके बाद दंत रोग कक्ष में ४ बजकर २५ मिनट पर चिकित्सक पहुंचा। तब तक कुर्सी खाली रही। मनोरोग कक्ष व स्वाइन फ्लू कक्ष ४.३० बजे तक खाली पड़ा था। इसके बाद विशेषज्ञ मेडिसिन कक्ष में ४.३० बजे तक कोई भी विशेषज्ञ फिजिशयन नहीं था। बाद में ४.३० बजे करीब फिजिशियन कक्ष में एक मेडिकल ऑफिसर ने पहुंचकर रोगियों को परामर्श देना शुरू किया। लेकिन विशेषज्ञ चिकित्सक ५ बजे तक भी उपलब्ध नहीं थे। अस्थि रोग विशेषज्ञ कक्ष भी ४.३५ बजे तक खाली पड़ा था।
आउटडोर में शाम ४.४० बजे तक अस्थि रोग विशेषज्ञ कक्ष में कोई चिकित्सक नहीं था। ऐसे में मोटरसाइकिल भिडंत में घायल युवक को लेकर दो जने ४.२५ पर वहां पहुंचे। युवक के पैर में हड्डी टूटने की बात उसके साथियों ने बताई। दर्द से युवक चीख रहा था, अस्थि रोग चिकित्सक के नहीं होने से युवकों ने नाराजगी जाहिर की। वहां मौजूद सहायक कर्मचारी ने घायल युवक के पैर में तत्काल प्लास्टर बांध दिया।