शहर के मदरसों में धार्मिक शिक्षा ग्रहण करने के लिए देशभर के बच्चे पहुंचते हैं। लॉकडाउन के कारण मदरसा फैजुल उलूम हमीदपुरा में 111, दारूलउलूम नौमान ए रजा में 10, जामिया अशरफिया इजहार उल उलूम में 7 और दारुलउलूम शेख अली मुत्तकी में 2 मदरसे में ही फंस गए। हर साल यह बच्चे रमजान की छुट्टियों में अपने अपने घर जाते थे। मदरसों में ठहराए गए बच्चों को वापस अपने घर भेजने के लिए शहर के मदरसा संचालकों ने कलेक्टर प्रवीण सिंह को पत्र लिखकर प्रशासन से मदद मांगी थी। प्रशासन की ओर से मदरसों के बच्चों को ग्राम लोनी में एकत्रित किया गया। 130 बच्चों का स्वास्थ्य चेकअप करने के बाद संयुक्त कलेक्टर शैली कनाश की मौजूदगी में देर रात्रि बच्चों को बसों के माध्यम से हबीबगंज भोपाल के लिए रवाना किया गया। मदरसा फजुल उलूम अध्यक्ष मोहम्मद इकराम अंसारी ने बताया कि हबीबगंज से स्पेशल ट्रेन से रविवार की दोपहर 3 बजे दरभंगा बिहार के लिए रवाना हो गए। 25 मई ईद के दिन देपहर 12 बजे सभी मदरसों के बच्चें दरभंगा स्टेशन पर पहुंचेंगे। दो माह तक लॉकडाउन के समय मदरसों के बच्चों को भोजन, सेहरी, इफ्तार, कपड़े सहित सभी जरूरत का सामान दिया गया। प्रशासन के सहयोग से ही यह बच्चों शहर से रवाना होकर अपने परिवार के साथ ईद मनाएंगे।