scriptnisarg effect – अच्छी बारिश की उम्मीद, किसानों ने शुरू कर दी बोवनी | Expecting good rain, farmers started sowing | Patrika News

nisarg effect – अच्छी बारिश की उम्मीद, किसानों ने शुरू कर दी बोवनी

locationबुरहानपुरPublished: Jun 06, 2020 02:41:34 pm

Submitted by:

tarunendra chauhan

17 वर्षों में दो बार जमकर बारिश, इस बार भी रिकॉर्ड तोड़ बारिश की उम्मीद

Rain gauge

कलेक्टर कार्यालय में लगा यंत्र।

बुरहानपुर. इस साल की बारिश पिछले सभी रिकॉर्ड को तोड़ सकती है। निसर्ग तूफान के चलते बारिश की धमाकेदार शुरुआत होने से 5 दिनों के अंदर ही 213.5 एमएम बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक नेपानगर क्षेत्र में 93.0 एमएम बारिश हुई है। एक जून से ही बारिश गिरने से गर्मी का एहसास भी खत्म हो गया। बारिश के पिछले17 वर्षों के रिकॉर्ड की बात करें तो 2014 और 2020 में रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज की गई, जबकि 2005 और 2010 में सबसे कम बारिश हुई।

अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान निसर्ग का असर जिले में भी हुआ। तेज हवाओं के साथ बारिश की शुुरुआत हुई। तीन दिनों से रिमझिम और झमाझम बारिश होने से सूखे नाले और नदियों में भी पानी बह निकला। 5 दिनों के अंदर 71.1 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई है। बुरहानपुर जिले में सामान्य औसत वर्षा 823.6 मिमी है। पिछले साल की बारिश ने जिले के वर्षों पुरानें रिकॉर्ड को भी तोडऩे से इस बार लोगों को जलसंकट का सामना नहीं करना पड़ा। ताप्ती नदी सहित आसपास गांव के तालाब इस समय भी लबालब भरे हुए हैं। ट्यबवेल और कुओं का भी जलस्तर कम नहीं होने के कारण रहवासियों को पीने के पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ा। लेकिन रिकॉर्ड तोड़ वर्षा होने से किसानों की सोयाबीन, गेहंू, मक्का सहित अन्य फसलों को अधिक नुकसान हुआ था। इस बार अच्छी बारिश के आसार दिखाई देने से जिले का वाटर लेवल बढ़ेगा। इससे किसानों को भी फायदा होने की उम्मीद है।

खेत तैयार कर किसानों ने शुरू कर दी बोवनी
पिछले साल की तरह अच्छी बारिश की उम्मीद के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों ने अपने खेतों को तैयार करना शुरू कर दिया है। जून माह में ही मानसून की दस्तक होने से किसानों के चेहरों पर मुस्कान है। यदि इसी तरह वर्षा होती रही तो जुलाई और सितंबर में ही बारिश के कई रिकॉर्ड टूट सकते हैं। बारिश ज्यादा होने से बहुत बड़ा लाभ यह होगा कि जो वाटर लेवल नीचे चला गया है उसमें काफी हद तक सुधार हो सकता है। किसानों ने अपने खेतों को तैयार करने के बाद बोवनी के लिए बीज की दुकानों पर पहुंच रहे हैं।

जिले में इस तरह मापी जाती है बारिश
भू अभिलेष कार्यालय के अनुसार जिलेभर में तीन जगहों पर वर्षामापी यंत्र लगा हुआ है। वर्षामापी यंत्र को रैनगेज भी कहते हैं। हर दिन 24 घंटे के अंदर दर्ज होने वाली बारिश का आंकड़ा निकाला जाता है। वर्षामापी यंत्र बुरहानपुर कलेक्टर कार्यालय में लगा है। यहां पर एक डिब्बेनुमा हरे रंग का यंत्र रेनगेज है। वर्षा को नापने के लिए मुख्य रूप से नपना गिलास की आवश्यकता होती है। डब्बे में पानी इक_ा होने के बाद बाहर निकाल कर नपना गिलास में डालकर बारिश नापी जाती है।

जिले में बारिश का 17 सालों का रिकॉर्ड

वर्ष बारिश वर्ष बारिश
2004 -2566.3 2013- 3430.6
2005- 2071.1 2014 -4532.6

2006- 2409.7 2015- 3803.0
2007- 2528.0 2016 -2122.9

2008- 2554.7 2017 -2584.6
2009- 2154.4 2018- 2703.2

2010- 1886.2 2019 -2494.6
2011- 3192.4 2020- 4018.4
2012- 2880.8

(बारिश मिमी में) आंकड़े भू अभिलेष कार्यालय के अनुसार

बीयू:0609:

 

 

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