बुरहानपुर. कोरोना ने अंचल में अपने पैर पसार लिए। लगतार नए मरीज सामने आ रहे हैं। अब कोरोना की जंग में वैक्सीनेशन ही कारगर हथियार है। इसके बावजूद आदिवासी क्षेत्रों में वैक्सीनेशन को लेकर अभी जागरुकता नहीं आई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि एक दर्जन गांव ऐसे हैं, जहां दस फीसदी भी लक्ष्य की पूर्ति नहीं हो सकी है, जो चिंता विषय है।
अब तक जिले में 79 हजार 126 लोग वैक्सीनेटेडहो चुके हैं, यह 19 अप्रैल तक की स्थिति है। अब सरकार ने 1 मई से 18 प्लस वालों को भी टीकाकरण की घोषणा कर दी। इससे वैक्सीनेशन की संया तो बढ़ेगी, लेकिन ऐसे गांव भी चिन्हित करना जरूरी हैं, जहां वैक्सीन को लेकर जागरुकता की कमी है। जो कि आने वाले समय में कहीं न कहीं कोरोना की इस जंग में बड़ी परेशानी बनकर सामने आ सकती है।
आबादी के हिसाब से 8 फीसदी ही वैक्सीनेटेड
2011 की जनगणना के हिसाब से जिले में 7 लाख 57 हजार 847 की जनसंया है। लेकिन वर्तमान में 9 लाख 5 हजार 627 का आंकलन किया है और वैक्सीनेशन 79 हजार हुई है, इस लिहाज से अब तक केवल 8.8 फीसदी ही टीकाकरण हुआ है। शहरी क्षेत्र में 3 लाख 11 हजार की जनसंया का आंकलन किया है, जहां वैक्सीनेशन में तेजी है, लेकिन चिंता अंचल की है, जहां 5 लाख 92 हजार की जनसंया निर्धारित की है, जहां वैक्सीनेशन भी कम है।
अब तक उम्र वार लक्ष्य की पूर्ति
4846 हेल्थ केयर व फ्रंट लाइन को लगी वैक्सीन
33832 वैक्सीन 60 वर्ष प्लस को
33264 वैक्सीन 45 से 60 वालों को
79126 कुल अब तक वैक्सीनेटेड
16 जनवरी से शुरू हुआ था अभियान