बुरहानपुरPublished: Aug 08, 2018 12:50:12 pm
ranjeet pardeshi
७० साल की वृद्धा का हौसला, ११०९ किमी तक साइकिल चलाकर पहुंचेगी पोखरण – खामगांव निवासी रेखा देवभांकर अपनी चौथी यात्रा पर निकली, बुरहानपुर में किया विश्राम
You also see the courage of this old age of 70
70 साल की वृद्धा का हौसला, ११०९ किमी तक साइकिल चलाकर पहुंचेगी पोखरण
बुरहानपुर. महाराष्ट्र के खामगांव निवासी रेखा देवभांकर जिनकी उम्र 70 साल की है। लेकन इनके हौसले बूलंद है। यह अंदाजा उनकी 1109 किमी की साइकिल यात्रा को देखकर लगाया जा सकता है। जो राजस्थान की पोखरण की यात्रा पर साइकिल से निकली है। हर दिन 40 किमी साइकिल चल रही रेखा मंगलवार को बुरहानपुर पहुंचीं। रात होने पर विश्राम के लिए रुक गई।
सिंधी बस्ती में लालबाग रोड पर एक कॉम्पलेक्स में लोगों से मिली। लोगों ने रेखाबाई से आशीर्वाद लिया। रेखाबाई गंगानगर में अश्विन महाजन के निवास पर ठहरीं है। रेखा देवभांकर ने कहा पोखरण में रामदेव बाबा के दर्शन करूंगी। यहां के लोगों से मिलूंगी। संस्कृति जानूंगी और अपनी संस्कृति से अवगत कराऊंगी। इससे पहले पुष्कर, अजमेर, वैष्णोदेवी की यात्रा कर चुकीं हूं। पूरे भारत की यात्रा करना है। आगे कन्याकुमारी से लेह तक यात्रा करूंगी। पिछले ४ साल से यात्राएं चल रही है। परिवार और समाज का पूरा सहयोग मिल रहा है। भूख लगने पर किसी के घर रूककर भोजन करतीं हूं।
शिक्षा अधिकारी रहीं रेखा बाई
रेखा देवभांकर ने इंग्लिश में एमए और बीएड किया है। एक स्कूल में प्रिंसिपल रह चुकी है। इसके बाद शिक्षा अधिकारी बनीं। पति जयंत रेलवे में जबलपुर में थे। बेटा योगेश कांट्रेक्टर है। अपनी नौकरी, बच्चे की जिम्मेदारी पूरी करने के बाद धर्म की राह पर चल पड़ीं। रेखाबाई कहती है यात्रा का उद्देश्य है दूसरे राज्यों के लोगों से मिलकर उनके बारे में जानना, वहां की भाषा, संस्कृति, रीति रिवाजों को समझाना है।
वृद्धा का जगह-जगह स्वागत
70 साल की इस वृद्धा का साहस देख हर कोई दंग है। जब लोगों को यह पता चल रहा है कि यह वृद्धा रिटायर्ड शिक्षा अधिकारी रही है, तो किसे भी यकीन नहीं होता। उसकी यात्रा के बारे में सुनने के बाद जगह-जगह उसका स्वागत चल रहा है। बड़ी दिलेरी के साथ यह वृद्धा साइकिल यात्रा पर निकली है।