अर्थव्‍यवस्‍था

बीजेपी की सियासत का ‘सूर्य’ रवि को उदय और रवि को अस्त

अरुण जेटली के जन्मदिन 28 दिसंबर 1952 को था रविवार
रविवार के दिन ही पंचतत्व में विलीन हो जाएंगे अरुण जेटली

Aug 24, 2019 / 06:58 pm

Saurabh Sharma

नई दिल्ली। देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की मृत्यु के बाद उनके पार्थिव शरीर को पंचतत्व में विलीन करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। रविवार के दिन उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। खैर रविवार से उनका नाता अभी का नहीं है। उनका जन्म भी रविवार के दिन ही हुआ था। यह संयोग ही है कि उनका शरीर भी रविवार के ही दिन पंचतत्व में विलीन हो जाएगा।

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रविवार को लिया था अरुण जेटली ने जन्म
वर्ष 1952 और महीना दिसंबर, तारीख 28। कलेंडर को टटोला तो दिन रविवार था। यह वही दिन है जब देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जन्म लिया था। तारीख तो सभी को याद होगी। लेकिन दिन को याद रखना काफी मुश्किल होता है। मगर यह सच है कि अरुण जेटली का आगमन रविवार को ही हुआ था। यानी रविवार से अरुण जेटली का कनेक्शन उनके जन्म से ही है।

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रविवार को ही होंगे पंचतत्व में विलीन
भले ही उनकी मृत्यु की घोषणा शनिवार को हुई हो, लेकिन यह संयोग ही है कि उनके पार्थिव शरीर को पंचतत्व में रविवार को ही किया जाएगा। उनके अंतिम संस्कार की पूरी तैयारियां शुरू हो गई हैं। अभी उनके शरीर को दिल्ली स्थित आवास में लाया जाएगा। सुबह 10 बजे अंतिम दर्शन के पार्टी दफ्तर में उनके शरीर को रखा जाएगा। उसके बाद दोपहर दो बजे निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।

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रवि का पर्यायवाची है अरुण
अगर हिंदी व्याकरण के हिसाब से बात करें तो रवि के पर्यायवाची शब्दों में अरुण भी हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि रवि के दिन अरुण का उदय हुआ था। अब रवि के दिन ही अरुण अस्त होने जा रहा है।

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