मीडिया में खबर थी कि नए नोटों की छपाई के लिए इस्तेमाल में लिए गए कागज काली सूची में डाली गयी कंपनी से आयात किए गए थे। इस लिहाज से आरबीआई प्रेस का सूचना देने से इनकार किया जाना अहम है।
आरटीआई के जरिए पूछा गया सवाल हाल ही में एक आरटीआई में देश में छपने वाले 500 और 2000 रुपए के नोटों की छपाई के बारे में पूछा गया था। इस आरटीआई आवेदन के जवाब में भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड (बीआरबीएनएमपीएल) ने ऊंचे मूल्य के नोटों की छपाई के लिए कागजों के आयात से संबंधित सूचनाएं देने से इनकार कर दिया।
नए नोटों पर आरबीआई का रुख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन पर लगाम लगाने की कोशिश के तहत पिछले साल 8 नवंबर को 500 और 1000 रुपए के नोटों को चलन से हटाने की एलान किया था। इसके बाद 500 और 2000 रुपए के नए नोट नए डिजाइन और बेहद एडवांस्ड सेफ्टी फीचर्स के साथ जारी किए गए हैं। रिजर्व बैंक का ये भी मानना है कि इन नोटों की असली जैसी नकल करना लगभग नामुमकिन है और ये नए नोट सुरक्षा के लिहाज से मापदंडों पर खरे उतरते हैं।