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कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से बासमती के निर्यात पर असर

देश के कुल बासमती निर्यात का 40 फीसदी अकेले पंजाब से जाता है।-करीब 400 ऑर्डर रद्द हो चुके हैं बासमती के

Jul 23, 2020 / 11:46 pm

pushpesh

कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से बासमती के निर्यात पर असर

बासमती के निर्यात पर असर

जालंधर. भरपूर उपज के लिए फसलों में कीटनाशकों के अंधाधुंध प्रयोग के चलते पंजाब से बासमती के निर्यात पर भारी असर पड़ा है। देश के कुल बासमती निर्यात का 40 फीसदी अकेले पंजाब से किया जाता है। इराक, सऊदी अरब, यूएई, कुवैत, ओमान, कनाडा, ब्रिटेन आदि देशों में बासमती का निर्यात होता है, लेकिन राज्य के किसानों द्वारा कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग के कारण पंजाब से निर्यात के लगभग चार सौ आर्डर रद्द हो चुके हैं। बासमती की फसल पर कीटनाशकों के प्रयोग के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि विभाग ने आज वेबिनॉर का आयोजन किया जिसमें किसानों को बताया गया कि राज्य से बासमती के निर्यात के अवसर अधिक होने के कारण इस फसल की मानक पैदावार होना बहुत जरूरी है।
धान की पारंपरिक फसल परमल के मुकाबले बासमती की फसल के लिए पानी की भी बहुत कम जरूरत होती है। जिले के मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. सुङ्क्षरदर ङ्क्षसह ने बताया कि जालंधर जिले में लगभग 22 हजार हेक्टेयर रकबे में बासमती की फसल ली जाती है। उन्होंने बताया कि राज्य में बासमती की कुल पैदावार का 90 फीसदी हिस्सा निर्यात कर दिया जाता है, लेकिन बासमती में कीटनाशकों के अंश तय मानकों से अधिक पाये जाने पर निर्यात के लगभग 400 सौदे रद्द हो चुके हैं। बासमती के निर्यात से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि इस फसल पर धान के मुकाबले ज्यादा कीटनाशकों का इस्तेमाल होने के कारण निर्यात पर प्रभाव दिखाई दे रहा है।
ये नौ कीटनाशक हैं जानलेवा
पंजाब सरकार की तरफ से पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी के परामर्श अनुसार ऐसे नौ कीटनाशकों की पहचान की गई है, जिनके अंश बासमती में रह जाते हैं। विभाग द्वारा आयोजित वैबीनॉर में आज जिले के पांच ब्लाक नकोदर, शाहकोट, लोहियाँ खास, नूरमहल और रुडक़ां कलां के तकरीबन 50 कीड़ेमार दवा बिक्रेताओं को संबोधन करते हुए डा सुरिन्दर ङ्क्षसह ने कहा कि बासमती का अच्छा भाव किसानों को दिलाने के लिए मानक पैदावार करनी बहुत •ारूरी है। इस लिए हमारे वैज्ञानिकों / एक्सपोर्ट माहिरों ने नौ अलग -अलग कीटनाशकों जैसे कि ऐसीफेट, ट्राईजोफास, थायआमिथोकसम, कारबैनडा•िाम, ट्राईसाईकलाजोल, बुपोरफेजिन, कारबोफ्यूरोन, प्रोपीकोनाजोल, थायउफिनेट मिथायल का प्रयोग नहीं करने का परामर्श दिया।

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