बैंक कर्जों को न चुकाने के मामले में वांछित माल्या ने एक बार फिर अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों को खारिज किया है। विजय माल्या वेस्टमिंस्टर मेजिस्ट्रेट की अदालत में पेश हुए। जहां सुनवाई के बाद अदालत ने उन्हें जमानत दे दी। वहीं अब इस मामले की अगली सुनवाई 6 जुलाई होगी।
अपने प्रत्यर्पण को लेकर सुनवाई के दौरान अदालत में पेशी से पहले माल्या ने कहा कि मुझे कुछ नहीं कहना है, क्योंकि अदालत में सुनवाई चल रही है। और, मैं अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को खारिज करता हूं और आगे भी करता रहूंगा।
बैंकों के 9,000 करोड़ रुपए के कर्जदार माल्या बीते साल मार्च में भारत से ब्रिटेन भाग गए। जिसके बाद से भारत लगातार उनके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है, जिसकी प्रक्रिया चल रही है और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तथा केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) प्रक्रिया की रूपरेखा प्रस्तुत कर रहे हैं।
इस सवाल के जवाब में कि वह बीते 15 महीनों से ब्रिटेन में हैं और भारत की अदालतों से भाग रहे हैं, उन्होंने कहा कि मैं किसी अदालत से नहीं भागा हूं। यहां होना मेरा कानूनी कर्तव्य है और मैं लंदन की अदालत में हूं। यह पूछे जाने पर कि अदालत में क्या होगा, उन्होंने कहा कि मेरी कोई अपेक्षा नहीं है और अदालत जो कहेगी, उसे आप सुन सकते हैं।
माल्या ने यह भी कहा कि मुकदमा लडऩे के लिए उनके पास पर्याप्त सबूत हैं, लेकिन उस सवाल को टाल दिया, जिसमें उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें इस बात का डर लगता है कि क्या भारत में मुकदमा उनके लिए अन्यायपूर्ण होगा? ध्यान हो कि भारत के अधिकारी इंग्लैंड के उच्च अधिकारियों से माल्या के प्रत्यार्पण को लेकर लगातार बातचीत कर रहे हैं।