जोमेटो… छठवीं और 11वीं में फेल हुआ, जिंदगी सफल हो गई-
पढऩे में फिसड्डी रहे दीपिंदर गोयल ने आइटी की नौकरी छोड़ 2008 में खाने की डिलीवरी के लिए स्टार्टअप शुरू किया था। इस समय 23 देशों के 12 लाख रेस्तरां की जानकारी व उनसे डिलीवरी की सुविधा मुहैया करा रहे हैं। जुलाई में आइपीओ लिस्ट हुआ, 78 प्रतिशत ओवर सब्सक्राइब हुआ। इस समय इसका मार्केट 1.10 लाख रुपए से अधिक है। दीपिंदर छठवीं और 11वीं में फेल हो गए थे, हालांकि बाद में आइआइटी पास किया।
नायका… इन्वेस्टमेंट बैंकर से बिलेनियर का सफर
आइआइएम अहमदाबाद से एमबीए की पढ़ाई कर इन्वेस्टमेंट बैंकर की नौकरी करने वाली फाल्गुनी नायर ने 2012 में अपना स्टार्टअप डाला था। आठ साल बाद 2020 में नायका यूनिकार्न स्टार्टअप में शामिल हो गई। अक्टूबर में आइपीओ लाने के बाद नायका का शेयर 89 फीसदी ओवर प्राइस होकर कंपनी का मार्केट कैप 1.04 लाख करोड़ से ज्यादा हो गया।
25 की उम्र में स्टार्टअप, 10 साल में यूनिकॉर्न… जहां नायका की संस्थापक फाल्गुनी नायर ने 49 साल तो जोमैटो के दीपिंदर गोयल ने 25 साल की उम्र में स्टार्टअप शुरू किया। फाल्गुनी ने 9 साल तो दीपिंदर ने 10 साल में अपने स्टार्टअप को यूनिकॉर्न यानी 100 करोड़ मार्केट कैप का बनाया।
इस साल 13 कंपनियां भी 1 लाख करोड़ क्लब में… इसके अलावा 2021 में सालों से बड़े संसाधन के साथ काम कर रहीं 13 और कंपनियां एक लाख करोड़ रुपए के मार्केट कैप क्लब में शामिल हो गईं। 2020 में यह संख्या 29 थी जो अब बढ़कर 44 हो गई है। इसमें अधिकांश कंपनियां 40 साल से ज्यादा पुरानी हैं।