रिलायंस समूह की इकाई रिलायंस जियो ने पिछले साल सितंबर के पहले सप्ताह में 31 दिसंबर तक के लिए सभी सेवाएं नि:शुल्क करते हुए धमाकेदार प्रवेश किया था। इसके बाद उसने नये साल के ऑफर के रूप में 31 मार्च तक सभी सेवाएं नि:शुल्क कर दी। इससे जियो पहले 170 दिन में ही 10 करोड़ ग्राहक बनाने में सफल हुई।
बाजार में पहले से मौजूद ऑपरेटरों पर दरें घटाने और अनलिमिटेड कॉल वाले टैरिफ पेश करने का दबाव बढ़ा। सीओएआई तथा रिलायंस जियो में काफी समय से शीतयुद्ध चल रहा है जो दूरसंचार नियामक ट्राई के दरवाजे तक भी पहुंच चुका है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने आज घोषणा की कि 01 अप्रैल से जियो के ग्राहकों को सिर्फ देश में किसी भी नेटवर्क पर नि:शुल्क कॉलिंग की सुविधा मिलेगी। डाटा तथा देश से बाहर कॉल करने के लिए उन्हें भुगतान करना होगा।
उन्होंने विभिन्न टैरिफ प्लान पेश करते हुए कहा कि उसके टैरिफ प्लान पर प्रतिद्वंद्वी कंपनियों की तुलना में 20 प्रतिशत ज्यादा डाटा मिलेगा। सीओएआई के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यूज ने एक बयान में कहा कि हम छह महीने के कम समय में 10 करोड़ ग्राहकों का आंकड़ा पार करने पर जियो को बधाई देते हैं। जियो द्वारा मूल्यों और टैरिफ की घोषणा ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है।
सशुल्क सेवाओं की शुरुआत से उद्योग प्रसन्न है क्योंकि अब बाजार में ग्राहकों की पसंद और प्राथमिकता स्पष्ट हो जायेगी। उन्होंने कहा कि ट्राई को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि ग्राहकों का हित और इस उद्योग की महता दोनों बनी रहे क्योंकि देश को ज्ञान और डिजिटल क्रांति में अग्रणी बनाये रखने के लिए उद्योग को बड़ी मात्रा में निवेश करना होगा।