scriptसेबी ने एनबीएफसी और एचफसी को दी ढील, अब आसान होगी शेयर बायबैक | SEBI Ease norms of Share Buyback for NBFC and HFC | Patrika News
बाजार

सेबी ने एनबीएफसी और एचफसी को दी ढील, अब आसान होगी शेयर बायबैक

लिस्टेड कंपनियों के बायबैक नियमों को सेबी ने आसान किया।
एनबीएफसी व एचएफसी के सहायक ईकाईयों के लिए बायबैक नियमों में ढील।

Aug 22, 2019 / 08:17 am

Ashutosh Verma

sebi.jpg

नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड ( सेबी ) ने लिस्टेड कंपनियों के लिए शेयर बायबैक या वापस खरीदने के नियमों को आसान किया है। विशेषरूप से ऐसी कंपनियां जिनकी आवास वित्त या गैर बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र ( एनबीएफसी ) में अनुषंगी इकाइयां हैं, के लिए बायबैक नियमों में ढील दी गई है।

सेबी के निदेशक मंडल की यहां हुई बैठक में इस बारे में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। सूचीबद्ध कंपनियों की शेयर पुनर्खरीद की निगरानी सेबी पुनर्खरीद नियमन के साथ कंपनी कानून के तहत निगरानी की जाती है।

यह भी पढ़ें – लाखों नौकरियों पर लटकी तलवार, वित्त मंत्री ने कहा – सरकार हर सेक्टर का सहयोग कर रही

क्या है नियम

कंपनियों को जिस प्रमुख शर्त को पूरा करना होता है उनमें एक शर्त यह है कि पुनर्खरीद पेशकश कुल चुकता पूंजी या कंपनी के मुक्त आरक्षित कोष के 25 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती। लेकिन पुनर्खरीद का आकार 10 प्रतिशत से अधिक होने पर विशेष प्रस्ताव के जरिये शेयरधारकों की मंजूरी लेना जरूरी है।

इसके अलावा पुनर्खरीद की अनुमति उसी स्थिति में दी जा सकती है जबकि कंपनी का गारंटी वाला बिना गारंटी वाला कर्ज पुनर्खरीद के बाद चुकता पूंजी या मुक्त आरक्षित कोष का दोगुना से अधिक नहीं हो।

यह भी पढ़ें – समय से दो साल पहले मिल सकेगा हर भारतीय को अपना घर, सरकार ने किया दावा

हाल ही में उठे थे सवाल

सेबी पुनर्खरीद की सीमा तय करने के लिए एकल तथा एकीकृत आधार पर कंपनी के बही खातों को देखता है। हाल के समय में इसको लेकर कई तरह के मुद्दे उठाए गए हैं। कंपनियों के एकीकृत खातों में कई बार अनुषंगियों पर एनबीएफसी और आवास वित्त क्षेत्र में उनकी मौजूदगी की वजह से ऊंचा कर्ज रहता है।

सेबी द्वारा नियमनों में संशोधन के प्रस्ताव से पहले कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने गैर बैंकिंग वित्तीय और आवास वित्त गतिविधियां करने वाली सरकारी कंपनियों को पुनर्खरीद की अनुमति की अधिसूचना जारी की है। यह अनुमति शेयर पुनर्खरीद के बाद 6:1 ऋण से इक्विटी अनुपात तक के लिए होगी।

Home / Business / Market News / सेबी ने एनबीएफसी और एचफसी को दी ढील, अब आसान होगी शेयर बायबैक

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो