इस कार की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है, क्योंकि ये कार भारत की रोल्स रॉयस बन सकती है। जी हां अब यही Ambassador कार फिर से बाजार में वापसी करने के लिए तैयार है, जो कार कभी सफेद रंग में नेताओ के काफिले में नजर आया करती थी वही कार बिल्कुल नए अंदाज के साथ अधिक के उम्र के लोगों और युवाओं दोनों को ही पसंद आएगी।
इतिहास
इस कार के इतिहास की बात की जाए तो हिंदुस्तान मोटर्स की शुरुआत 1958 में एक कार निर्माता कंपनी के तौर पर हुई थी। इस कंपनी ने सबसे पहले भारत में किसी कार का निर्माण किया था, जी हां ये कार पूरी तरह से भारत में बनी कार थी। सबसे पहले कार निर्माता कंपनी हिंदुस्तान मोटर्स ने मार्क I फर्स्ट जनरेशन कार को बनाया था। ये कार 1957 से 1962 तक बेची गई और बाद में मार्क II ने इसकी जगह ले ली जो कि 1962 से 1975 तक बेची गई। बाद में उसे भी बंद करके मार्क III को बनया फिर मार्क IV फिर एंबेसडर नोवा फिर एंबेसडर 1800 आईएसजेड (क्लासिक) फिर एंबेसडर ग्रांड फिर एंबेसडर एविगो और आखिर एंबेसडर एनकोर 2013 में लॉन्च की गई, जिसके कोई नई कार नहीं आई और 2017 में हिंदुस्तान मोटर्स को सिर्फ 80 करोड़ रुपये में बेच दिया गया।
इस कंपनी ने एंबेसडर का प्रोडक्शन 1958 से लेकर 2014 तक किया था। इस कंपनी को पीएसए ग्रुप ने खरीद लिया है जो कि सीके बिरला ग्रुप के साथ पार्टनरशिप में नई तरह से कारें बनाएगी। कयास लगाए जा रहे हैं कि अब एंबेसडर एक नए लुक के साथ वापसी कर सकती है। फिलहाल समय के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिली है कि कब तक नई कार बाजार में आएगी।