महिंद्रा एक्सेलो ने सरकारी कंपनी एमएसटीसी (MSTC) के साथ मिलकर भारत का पहला ऑटोमेटेड और ऑर्गेनाइज्ड व्हीकल स्क्रैपिंग और रीसायकलिंग प्लांट शुरू किया है। सीईआरओ (CERO) नाम की कंपनी की शुरुआत महिंद्रा एक्सेलो और एमएसटीसी ने मिलकर की है। इसी के साथ ये प्लांट पूरे भारत में बढ़ाया जाएगा। इस प्लांट में पुराने वाहनों स्क्रैप और रीसायकल किया जाता है।
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पुरानी कार से ऐसे कमा सकते है पैसा
अब आप पुरानी और खराब पड़ी कार की जानकारी सीईआरओ (CERO) को दे सकते हैं। जैसे मॉडल, ब्रैंड, रनिंग कंडीशन, रजिस्ट्रेशन का साल और वाहन का लोकेशन के बारे में बता सकते हैं। पूरी जानकारी लेने के बाद कंपनी आपको ज्यादा से ज्यादा कीमत ऑफर करेगी और पैसे के साथ-साथ अन्य लाभ भी दिए जाएंगे। इन ऑफर्स का फायदा दिल्ली-एनसीआर के लोग ले सकते हैं। ये प्लांट ग्रेटर नोएडा में बनाया गया है। अगर आप इन ऑफर्स से सहमत होंगे तो कंपनी आपके द्वारा बताए गए पते और समय पर आकर वाहन की सभी जानकारी और कागज की पूरी जानकारी लेने के बाद कार को ले जाएगी।
ग्रेटर नोएडा प्लांट में ले जाने के बाद पुराने वाहनों को बेहतरीन तकनीक से तोड़ा और खत्म किया जाएगा। इसी के साथ कंपनी स्क्रैप कार को डीरजिस्ट्रेशन भी करेगी और आपको डीरजिस्ट्रेशन का प्रमाण पत्र भी देगी। कार तोड़ने की इस तकनीक को अमेरिका और यूरोप से लाया गया है। आप चाहें तो अपनी पुरानी कार को कंपनी को दान में भी दे सकते हैं, जिसके बाद आपको 80जी प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इस पैसे को कंपनी एनजीओ के जरिए गरीब बच्चों की शिक्षा पर खर्च करेगी।