इंजन को सेटल डाउन होने दें टर्बो चार्जर इंजन एक्जास्ट गैस से चलता है। निकलने वाली गैसें और टर्बो टार्जर की हाई स्पिनिंग स्पीड ड्राइव के बाद उसे बेहद गरम कर देती हैं।इस हालात में बहुत सारा फ्यूल जलता है। ऐसे में अगर कार को अचानक बंद कर दिया जाए तो इससे निकलने वाली गैसें इंजन में फंस कर रह जाती है जो इंजन को जाम कर देती है और आखिरकार कार का इंजन खराब हो जाता है।
इसलिए हमेशा ट्रेबोचार्ज्ड गाड़ियों को बंद करने से पहले कुछ किलोमीटर तक कम rpm पर चलाएं जिससे कार का इंजन अपने आप ठंडा होने लगेगा और गैसें पूरी तरह से निकल जाएंगी। सस्ता फ्यूल न करें इस्तेमाल
फ्यूल प्राइस बढ़ते जा रहे हैं ऐसे में लोग चंद पैसे बचाने के लिए फ्यूल की क्वालिटी से समझौता कर लेते हैं।अगर आप भी ऐसा करते हैं तो अब सावधान हो जाएं क्योंकि ट्रबो चार्जर इंजन बेहद सेंसिटिव होता है। सस्ता या मिलावटी फ्यूल आपके इंजन को हमेशा के लिए खराब कर सकता है। इसलिए हमेशा वहीं फ्यूल डलवाएं जो गाड़ी के लिए बताया गया हो।
लग्जरी फीचर्स से लैस इन 4 कारों की कीमत है इतनी कम कि तुरंत बुक करेंगे आप गियर और स्पीड रखें ठीक नार्मली माना जाता है कि अगर कार को कम स्पीड मे हाई गियर पर चलाया जाए तो फ्यूल एफिशियंसी बढ़ जाती है, लेकिन
टर्बोचार्ज्ड कारों के साथ ऐसा नहीं होता है।कार सालों साल काम करती रहे इसके लिए जरूरी है कि उसको सही स्पीड और गियर पर चलाया जाए क्योंकि ऐसे इंजनो को स्पीड एग्जास्ट गैसों से मिलती है। इसीलिए अगर आप कम स्पीड पर हाई गियर लगाते हैं तो ये कार के इंजन
टर्न लेते समय करें थ्रोटल का इस्तेमाल टर्बोचार्ज्ड इंजन स्लो रिस्पॉन्स देते हैं ऐसे में टर्न लेते समय थ्रोटल का इस्तमाल ध्यान से करें।