किसी भी कार चालू हालत में रखने के लिए बैटरी का ठीक रहना जरूरी है। बैटरी की गिनती कार के अहम हिस्सों में होती है। इसलिए ध्यान रखें यदि आपकी कार की बैटरी तीन साल से अधिक पुरानी हो गई तो इसे चेंज कर लें। बैटरी खराब होने के संकेत है— लाइट्स का डिम हो जाना या हॉर्न का ठीक तरह से नहीं बजना आदि। यदि आपको अपनी कार में इनमें कोई भी समस्या नजर आए तो तुरंत कार की बैटरी चेंज कर लें या इसकी रिपेयर करवा लें।
सर्दियों में अक्सर सुबह—सुबह गाड़ी स्टार्ट होने की समस्या से कई लोगों को झूझना पड़ता है। इस मौसम में सबसे ज्यादा उन गाड़ियों को दिक्कतें आती हैं जिनकी सर्विस ठीक से या फिर समय पर नहीं करवाई जाती है। इसलिए अगर सर्दियों में कहीं लंबी दूरी की यात्रा करने जा रहे हैं तो कार की सर्विस जरूर करवाएं। इसके अलावा कार स्टार्ट ना होने का एक कारण स्पार्क प्लग भी होता है। स्पार्क प्लग टर्मिनल, इंसुलेटर, रिब्स, सील्स और सेंट्रल इलेक्ट्रॉट से बना होता है जिसकी मदद से यह लंबे समय तक इंजन को चालू रखने में मदद करता है।
सर्दी का मौसम हो या गर्मी का, गाड़ी का संतुलन बनाए रखने में टायर्स का अहम योगदान होता है। लंबे टूर पर जाते वक्त इस बात का विशेष ध्यान रखें कि गाड़ी के चारो टायरों में बराबर हवा है या नहीं। सर्दियों में टायरों में हवा का प्रेशर ठीक होना चाहिए क्योंकि ठंडे मौसम में नमी की वजह से सड़कें गीली रहती हैं गीली सड़कों पर गाड़ी के फिसलने का डर ज्यादा रहता है।
गर्मियों के अलावा सर्दियों के समय में भी कार में कूलेंट का होना बेहद जरूरी है। कूलेंट को एंटीफ्रिज के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि ठंडे तापमान में यह आपके इंजन को फ्रीज होने से बचाता है। कूलेंट का काम सिर्फ यह नहीं होता कि वह गर्म इंजन को ठंडा करता है बल्कि यह इंजन को नॉर्मल तापमान में रखता है। इसलिए मौसम चाहे कोई भी हो कार में कूलेंट हमेशा टॉप-अप रहना आवश्यक है।