स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद विद्यार्थियों का पीजीडीएम (पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट) की तरफ आकर्षण ज्यादा है। पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा कोर्स को PGDM के रूप में नामित करने का मुख्य कारण यह है की जब कोई संस्थान एक स्वायत्त निकाय यानि किसी विश्वविद्यालय से संबंधित नही है और मैनेजमेंट कोर्स का संचालन करता है तो ऐसे संगठन एमबीए की डिग्री नही दे सकते है। कई प्रतिष्ठित संस्थान हर साल लगभग 7% पीजीडीएम छात्रों की तत्काल नियुक्ति के आंकड़े दर्ज करते हैं। सभी कंपनियों और व्यापार क्षेत्रों में प्रबंधन के लिए जरुरी योग्यता के तौर पर इन्हे वरीयता भी दी जाती है। आपको PGDM Course में प्रवेश लेने के लिए CAT, MAT, XAT, GMAT और IBSAT आदि प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा। IIM जैसे शीर्ष संस्थान केवल CAT स्कोर और GD, PI के आधार पर PGDM पाठ्यक्रम में प्रवेश देते हैं। यदि आप शीर्ष संस्थानों में प्रवेश चाहते हैं तो प्रवेश परीक्षा भी पास करनी होगी।
एक प्रतिष्ठित संस्थान द्वारा किए गए एमबीए कोर्स वाले युवाओं की मार्केट में अच्छी डिमांड है। MBA 3 साल का Course होता है जिसमें 6 सेमेस्टर होते है। Business की पढाई में Master Degree यानि MBA को अन्तराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है। विदेश में MBA की पढ़ाई करने के लिए आपको GMAT या GRE एग्जाम क्लियर करनी होती है। MBA करने के बाद किसी भी विश्वविद्यालय से आगे की पढ़ाई की जा सकती है।
ऊपर वर्णित पाठ्यक्रमों अलग, यह एक तकनीकी पाठ्यक्रम है। B. Tech या B.E में अपना स्नातक पूरी करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह दो वर्षीय पाठ्यक्रम है। यह मूल रूप से उन विद्यार्थियों के लिए है जो अपने मूल विषयों में विशेषज्ञता चाहते हैं, उन्हें इस पाठ्यक्रम के लिए निश्चित रूप से प्रवेश लेना चाहिए। नए नियमों के अनुसार एमटेक के सभी शिक्षण संस्थान, अपने स्तर पर स्टूडेंट्स का एडमिशन ले सकते हैं। हालांकि इसके साथ-साथ यह भी निर्देश दिए गए हैं कि एडमिशन प्रक्रिया में टेस्ट फॉर इंजीनियरिंग (गेट) के स्टूडेंट्स को प्राथमिकता दी जाए। एमटेक के बाद तकनिकी क्षेत्र में अच्छे पदों पर मोटी तनख्वाह के पैकेज मिलते हैं। तकनिकी के इस युग में इन कोर्स और विशेषज्ञों की अच्छी डिमांड है।
वर्तमान में, इवेंट मैनेजमेंट अब उन विद्यार्थियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनता जा रहा है। अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने की चाह रखने वाले युवा, जो स्नातक के बाद नौकरी की तलाश कर रहे हैं। आकर्षक वेतन पैकेज के साथ, इवेंट मैनेजमेंट जॉब्स आज लोकप्रियता में अपनी पकड़ बना रही हैं। इवेंट मैनेजमेंट में एक सर्टिफिकेट होने से निश्चित रूप से आपको इस क्षेत्र में अधिक गुंजाइश मिलती है। इस कोर्स की अवधि 1 वर्ष है और यह पूर्णकालिक कोर्स है।
खाना बनाने के शौक़ीन और मसालों के अच्छे जानकार युवाओं के लिए होटल प्रबंधन में कोर्स बेहतरीन विकल्प है। स्नातक उत्तीर्ण अनुशासन वाले युवा, इस होटल प्रबंधन पाठ्यक्रम के लिए अर्हता प्राप्त करते हैं। यह कार्यक्रम प्राथमिक कटलरी प्रशिक्षण और फिर प्रबंधन और आतिथ्य के साथ शुरू होता है। कई कॉलेज अनुभव प्राप्त करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप भी प्रदान करते हैं। इस कोर्स के लिए अवधि एक वर्ष है।
साइंस और मैथ्स से स्नातक उत्तीर्ण बेरोजगार स्टूडेंट्स को रोजगार दिलाने के मकसद से तीन महीने से लेकर एक साल तक के कई कोर्स संचालित किए गए हैं। मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट और नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनएसडीसी) से मान्यता प्राप्त इन कोर्सेस को करने वाले सभी स्टूडेंट्स को 10 हजार से 40 हजार रुपए महीने की जॉब कैंपस प्लेसमेंट के जरिए ऑफर की जाएंगी। स्टूडेंट्स को सर्टिफाइड इंडस्ट्रियल अकाउंटेंट (सीआईए), सैप फीको, जीएसटी टैली और टैक्स ई-फाइलिंग जैसे कोर्सेस में एडमिशन दिया जाएगा। कंपनियों की जरूरत के अनुसार प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जाएगी। एडमिशन के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं है। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करने या जॉब करने के साथ भी स्टूडेंट्स ये कोर्स को ज्वॉइन कर सकते हैं।
इस कोर्स की अवधि 1 वर्ष की होती है। राज्य सरकार या केंद्र सरकार द्वारा निकाली गई डाटा ऑपरेटर या अन्य कंप्यूटर सहायक की भर्तियों में भी इस कोर्स को वरीयता दी जाती है। सरकारी और गैर सरकारी नौकरियों में आजकल कंप्यूटर कोर्स में डिग्री या डिप्लोमा को वरीयता दी जाती है। निजी कंपनियां डिप्लोमा कोर्सेज को शैक्षणिक योग्यता के साथ वांछनीय योग्यता के रूप में इसे जोड़ती है।
एक युग में जहां सभी चीजें इंटरनेट पर निर्भर करती हैं, पिज्जा ऑर्डर करने से शुरू होकर टिकट बुक करने तक। डिजिटल मार्केटिंग में अब नए तरीके से मार्केटिंग करने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत बड़ी गुंजाइश है। SEO, Google तंत्र का आधार है। इसे ग्रेजुएशन के बाद भी कर सकते हैं। जरुरी नहीं की सरकारी नौकरियों में ही इसके लिए अवसर विद्यमान हों, निजी कंपनियों में ये अहम् भूमिका निभाते हैं। जैसे-जैसे ऑनलाइन खरीदारी जीवन में बड़ी होती जाती है, लोग अब उन चीजों की खोज में नहीं निकलते हैं, जिनकी उन्हें जरूरत होती है जबकि वे इसे केवल एक क्लिक से प्राप्त कर सकते हैं। हम सभी सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं और अपना समय ऑनलाइन बिताते हैं जो इसे एक दिलचस्प करियर विकल्प भी बनाता है। अधिकांश व्यवसाय अब डिजिटल मार्केटिंग के लोगों को काम पर रखना चाहते हैं।
अब हर कोई स्मार्टफोन का इस्तेमाल करता है। आप या तो Android या IOS का उपयोग करते हैं, और यह युवा, वयस्क और वृद्ध सभी पर लागू होता है। इस तरह के फोन होने का मतलब यह भी है कि हम अपने फोन पर भोजन, संगीत, फिटनेस, काम, यात्रा इत्यादि जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए विभिन्न ऐप का उपयोग कर रहे हैं। इसलिए, लाखों ऐप हैं, जिन्हें आप फोन पर पा सकते हैं। अब आप व्यावहारिक रूप से कुछ भी करने के लिए एप्लिकेशन पा सकते हैं। इस पाठ्यक्रम में शामिल होने का मतलब है कि आप खुद अपना ऐप बना सकते हो। यह कोर्स 6 महीने की अवधि से शुरू होता है।