क्या करता है लोन ऑफिसर लोन ऑफिसर बैंक के ग्राहकों को और दूसरे आवेदन करने वाले ग्राहकों को होम, कार, एजुकेशन, बिजनेस या पर्सनल लोन दिलवाने में मदद करता है। वह ग्राहकों के लिए उपयुक्त लोन का निर्धारण करने में मदद करता है और उन्हें विभिन्न आवश्यकताओं और शर्तों के बारे में भी बताता है। वह आवेदक की क्रेडिट हिस्ट्री, कॉर्पोरेट वित्तीय विवरण और अन्य वित्तीय जानकारी की प्रतियां प्राप्त करने का काम करता है। लोन के अग्रीमेंट्स की समीक्षा, पेमेंट शेड्यूल की गणना, ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए नए लोन की जानकारी रखना भी लोन ऑफिसर का काम होता है।
पाठ्यक्रम के बारे में कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स को सभी प्रैक्टिकल जानकारियां जैसे अलग-अलग प्रकार की लोन की ब्याज दरें कितनी होती हैं, लोन की किश्तें कैसे लगती हैं या लोन की अवधि के बारे में बताया जाता है। बैंकिंग के सभी सेक्टर्स के बारे में और बैंकों के काम करने के तरीकों का प्रशिक्षण दिया जाता है।
योग्यता स्नातक और किसी भी स्ट्रीम से अंतिम वर्ष के छात्र बैंकिंग और फाइनेंस के कोर्स में आवेदन कर सकते हैं और लोन ऑफिसर बनने की राह पर बढ़ सकते हैं। जिन विद्यार्थी के स्नातक में न्यूनतम 50 प्रतिशत हैं, वे लोन ऑफिसर से जुड़े कोर्स में आवेदन कर सकते हैं।
अवसर देश के सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में लोन ऑफिसर्स की मांग है। कोर्स के पूरा होने के बाद कैंडिडेट अंतरराष्ट्रीय बैंक्स, मॉर्गेज कम्पनियों और क्रेडिट यूनियनों में जॉब कर सकते हैं। इसके अलावा सरकारी बैंकों में इस पद के लिए एग्जाम देकर भी नौकरी पा सकते हैं।
आमदनी लोन ऑफिसर की न्यूनतम सैलेरी 20 से 30 हजार रुपए होती है। अनुभव के साथ-साथ इसमें इजाफा होता रहता है। इसके अलावा बैंकिंग सेक्टर में कमीशन बेसिस पर भी लोन ऑफिसर अप्वॉइंट किए जाते हैं।
प्रमुख संस्थान इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली www.ignou.ac.nic
इन्द्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
www.ipu.ac.in
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश www.amu.ac.in
टीकेडब्ल्यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस, नई दिल्ली
www.tkwsibf.org