नई दिल्ली। देश के शीर्ष शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के बावजूद भी अधिकांश ऐसे छात्र है जिन्हें पढ़ाई के बाद रोजगार के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। कई बड़े औद्योगिक घरानों और कंपनियों में रोजगार देने से पहले विद्यार्थियों से उनका अनुभव या फिर अन्य संबंधित प्रशिक्षण के बारे में पूछा जाता है। अब विद्यार्थियों को ऐसी परिस्थितियों से नहीं गुजरना पड़ेगा।
राजस्थान के बीकानेर से भाजपा सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने पत्रिका से विशेष बातचीत में बताया कि युवाओं को रोजगार पाने में आने वाली जटिलताओं को दूर करने के लिए केंद्र सरकार एक नई योजना शुरू करने जा रही है। इसके तहत विभिन्न संस्थानों के विभिन्न संकाय में पढऩे वाले विद्यार्थियों को सांसद द्वारा संसदीय क्षेत्र के परियोजना व सरकारी विभागों में इंटर्नशिप सुविधा मुहैया कराई जाएगी। यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्किल इंडिया मिशन के अंतर्गत शामिल है जिसमें विद्यार्थियों के कौशल को और निखारकर उसे उद्योगपरक बनाया जाएगा। इससे उन विद्यार्थियों को रोजगार पाने में आसानी होगी जिन्हें कैम्पस प्लेसमेंट में स्थान नहीं मिलता या फिर वह छात्र जिनके पास पढ़ाई पूरी करने के बाद कोई अनुभव नहीं रहता है।
बेहतर कल का निर्माण तभी संभव
सांसद ने बताया कि इंटर्नशिप कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रयोगिक क्षेत्र में काम करने का मौका देने के साथ सीखने का अवसर उपलब्ध कराना है। ताकि वह संबंधित क्षेत्र की कार्यप्रणाली को समझ सकें। ऐसे कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थी अपने विचारों को पेशेवर लोगों के साथ साझा करेंगे और उपयोगी विचारों का विस्तार किया जा सकेगा। युवाओं के नए विचारों पर काम करने से ही हम बेहतर कल के निर्माण के दावे को सार्थक सिद्ध कर पाएंगे। अभी यह पायलट प्रोजेक्ट आईआईटी के साथ मिलकर शुरू किया जाएगा। उसके बाद धीरे-धीरे इसमें कई अन्य संस्थानों को भी शामिल किया जाएगा।
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