मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ग्लोबल स्कील समिट के माध्यम से 10 जनवरी को एक साथ 1 लाख 6 हजार युवाओं को निजी क्षेत्र में 8 हजार से 11 लाख वेतनमान में नौकरी उपलब्ध कराने का काम किया। 17 देश के राजदूतों ने इस कार्य का लोहा माना। आने वाले दिनों में 30 हजार युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा आजदी के बाद पहली बार केंद्र सरकार द्वारा कौशल विकास मंत्रालय का गठन किया गया ताकि देश और राज्य के युवाओं को शिक्षा के साथ हुनरमंद भी बनाया जाए। हमारा मकसद युवाओं को हुनरमंद बना रोजगार देना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ग्रामीण, राज्य मार्ग या फिर राष्ट्रीय राजमार्ग हो हर क्षेत्र में कार्य हुए हैं। झारखण्ड में 14 वर्ष में 22 हजार किमी ग्रामीण सड़क का निर्माण हुआ और 4 वर्ष में 20 किमी, 14 वर्ष में प्रतिदिन सड़क बनाने की रफ्तार करीब 1 किमी से ज्यादा थी, 4 वर्ष में 3.28 किमी प्रतिदिन सड़क का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि चतरा और चाईबासा में जल्द स्टील प्लांट निर्माण के लिए आधारशिला रखी जाएगी। इसके लिए लगातार केंद्र सरकार से समन्वय
स्थापित कर बात किया जा रहा है। स्टील प्लांट खुलने से रोजगार के अवसर का सृजन होगा।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने बिरसा मुंडा संग्रहालय में निर्मित होने वाले शहीदों की प्रतिमा निर्माण के लिए चतरा के 52 गांव से मंगाई गई मिट्ठी संग्रहण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। वहीं स्वस्थ चतरा के तहत निदान योजना, आंगन योजना, सगुन योजना और मोटरसाइकिल एम्बुलेंस योजना का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने सांकेतिक तौर पर चतरा और बालूमाथ की साहिया को निदान योजना के तहत किट का वितरण किया।