बतादें कि सदर कोतवाली क्षेत्र के जसूरी गांव में कबीर मठ की करीब 40 बीघा जमीन को लेकर दो पक्षों में सालों तक विवाद हुआ। तकरीबन दस साल पहले कबीर मठ ने विवाद से बचने का रास्ता निकाला और पूरी जमीन को जिलाधिकारी चंदौली के नाम रजिस्ट्री कर दिया।
शुरूआत के सालों में तो सबकुछ ठीक रहा, लेकिन प्रशासन के लापरवाही के कारण इस जमीन पर कई दबंगों ने धीरे-धीरे कब्जा करना शुरू कर दिया। यही नहीं किसानों को खेती करने के लिए इस जमीन को दबंगों ने पेशगी पर भी दे दी । पिछले साल मामला संज्ञान में आने पर तहसील के अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। एसडीएम व तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर अवैध कब्जा हटवाया था।
लेकिन अधिकारियों के वापस होते ही दबंगो ने दोबारा जमीन पर कब्जा कर लिया। हौसला इस कदर बढ़ा कि 2019 के जुलाई माह में उसी भूमि पर दबंगो ने धान की फसल की रोपाई कर दी। मामले की जानकारी होते ही एसडीएम के आदेश पर नायब तहसीलदार ने जासुरी गावं स्थित अराजी नम्बर 696 की जांच की और रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दिया।
रिपोर्ट के आधार पर एसडीएम हीरालाल ने जमीन पर रोपी गई धान की फसल को कुर्क करने की कार्रवाई की थी। साथ ही सदर कोतवाल को आदेशित किया था की अपनी अभिरक्षा में धान की कटाई कराकर धान क्रय केंद्र पर बेचकर धनराशि को तहसील के नजारत में जमा कराये । लेकिन यह प्रक्रिया होने से पहले ही हौसलाबुलंद दबंगो ने रोपी गई धान की फसल की कटाई करा लिया।
यह मामला संज्ञान में आते ही डीएम के निर्देश पर सदर एसडीएम हीरा लाल कोतवाली पुलिस, पीएसी और बड़ी संख्या में तहसील कर्मियों के साथ जसूरी गावं पहुंचे और धान की कटाई शुरू करवाई | हार्वेस्टर के जरिये धान की कटाई शुरू हुई जो अगले दो दिनों तक चलेगी | वहीं एसडीएम ने कहा मामले में सरकारी कार्य में बाधा डालने सहित गंभीर धाराओं में सदर कोतवाली में बनारसी सहित पांच लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है |