इश जिले में ऐसा ही कुछ हुआ। दरअसल, मुग़लसराय-पटना रेल रुट पर स्थित धीना थाना क्षेत्र के बहोरा चंडील हाल्ट के समीप मंगलवार की सुबह किसानों ने खेत में गेंहू के ठूंठ जला दिया। इससे आग धीरे-धीरे विकराल रूप धारण करते हुए रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई। आग को देखते ही यात्रियों के होश उड़ गए।
हालांकि, ग्रामीणों ने किसी तरह लाठी डंडे से आग पर काबू किया। जिससे रेल परिचालन में कोई दिक्कत नहीं हो सका। जबकि विभाग ने गेंहू के ठूंठ जलाने पर अज्ञात किसानों के खिलाफ धीना थाने पर मुकदमा दर्ज करवाया।
फरक्का एक्सप्रेस 13413 मंगलवार की रही थी। जबकी बहोरा चन्डील हाल्ट के समीप खेतों की आग रेलवे पटरी पर आता देखकर यात्रियों ने चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। आवाज सुनकर तत्काल चालक ने मामले की जानकारी धीना स्टेशन पर दिया। जबकि इसके पीछे अर्चना एक्सप्रेस 12355 अप व पटना मुगलसराय 163235 आ रही थी। रेल पटरी पर आग पहुंचता देखकर ग्रामीणों ने किसी तरह लाठी डंडे से आग पर काबू पा लिया।
इससे रेल परिचालन में कोई भी दिक्कत नहीं हो पाई। मामले की सूचना पर रेल पथ निरीक्षक अखिलेश्वर प्रसाद ने धीना थाने पर गेंहू के ठूँठ जलाने पर अज्ञात किसानों के खिलाफ यात्रियों की सुरक्षा व रेल सम्पत्ति के नुकसान पर मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस आईपीसी की धारा 285 के तहत मुकदमा दर्जकर मामले की छानबीन में जुट गई। इस सम्बंध में थानाध्यक्ष अनुराग कुमार ने बताया कि, गेंहू के ठूंठ जलाने पर अज्ञात किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्जकर जांच पड़ताल किया जा रहा है।
दो सप्ताह पूर्व रेल परिचालन हुआ था प्रभावित
बीते दो सप्ताह पूर्व भी सिकठा पीपरदहा गांव के समीप रात में गेंहू के ठूंठ जलाने से डाउन में रेल का परिचालन कुछ समय के लिए प्रभावित हो गया था। बावजूद किसान अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे है। जबकि कृषि वैज्ञानिक भी खेतो में ठूंठ न जलाने का किसानों को निर्देश देते हैं। इससे खेतो की उर्वरा शक्ति कम होती है।
input संतोष जायसवाल