इसे भी पढ़ें स्टेशन पर छापेमारी को लेकर रेलवे के दो विभाग आमने-सामने, डीआरएम तक पहुंचा मामला आरपीएफ को चाइल्ड लाइन संस्था के जरिय सूचना मिली कि कुछ बच्चों को तस्करी कर गुजरात ले जाया जा रहा है। इसके बाद आरपीएफ की टीम तत्काल सक्रिय हुई और स्टेशन का सीसीटीवी फुटेज खंगाला जाने लगा। टीम को प्लेटफॉर्म नंबर ¾ पर हावड़ा एण्ड की ओर सात बच्चे दिखे। आरपीएफ के जवान उनके पास पहुंचे तो उन्हें आता देख तस्कर वहां से फरार हो गया। जवानों बच्चों को थाने ले आए और उनसे पूछताछ की तो पता चला कि सभी शहाबगंज थानाक्षेत्र के रहने वाले हैं। उन्हें उनके ही थानाक्षेत्र के रहने वाला एक व्यक्ति काम दिलाने का लालच देकर गुजरात ले जा रहा था। सभी बच्चे नाबालिग हैं, जिनकी उम्र 12 से 17 साल के बीच है। उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया है। आरपीएफ टीम का दावा है कि बच्चों से पूछताछ के आधार पर जो जानकारी मिली है, उसके जरिये वह आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लेंगे।
इसे भी पढ़ें पश्चिम बंगाल में हिंसा: मोदी के मंत्री ने ममता बनर्जी को बताया क्रूर शासक, कहा कही उनके लिये बड़ी बात मुगलसराय रेलवे डिविजन के आरपीएफ कमांडेंट आशीष मिश्रा का दावा है कि डिविजन के सभी स्टेशन पर आरपीएफ सतर्क है और ट्रेनों की सघन चेकिंग करायी जाती है। इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगायी जा सके, इसके लिये लगातार अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि छुड़ाए गए बच्चों को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है।
By Santosh Jaiswal