दरअसल, ओबरा थाने के प्रभारी निरीक्षक विजय प्रताप सिंह के मुताबिक तापीय परियोजना में अनुरक्षण कार्य कर रही बीएचईएल कंपनी के एक सीनियर इंजीनियर वरिर सत्तिबाबू ने ओबरा थाने में दी गई तहरीर में बताया कि मेरे पिता जगन्नादम मानसिक रूप से डिप्रेशन में थे, जिनका लंबे समय से इलाज भी चल रहा है। बेटे ने बताया कि मेरे पिता का मेरी मां 50 वर्षीय सत्यवती से अक्सर विवाद होता रहता था। उनके विवाद को लेकर ही मैं अपने माता पिता को एक सप्ताह पूर्व ओबरा लाया था।
बताया कि अपने साथियों के साथ मेरे ऑफिस जाने के बाद माता पिता का किसी बात को लेकर आपस में विवाद हुआ और मेरे पिता जगन्नादम ने मेरी माता सत्यवती को घर में रखे एक बैट से सिर पर प्रहार कर दिया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। जब मैं दोपहर में लंच के लिए अपने आवास पर आया तो देखा कि मेरी माता बेसुध हालत में खून से लथपथ फर्श पर पड़ी थी, जिन्हें आनन फानन में परियोजना चिकित्सालय ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद मेरे पिता अपना सामान लेकर घर से फरार हो गए। मंगलवार की शाम अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद बताया कि घटना की विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है। डाग स्क्वायड की भी मदद ली जा रही है। पीड़ित परिवार मादुर्रवाड़ा जिला विशाखापटनम आंध्रप्रदेश का मूल निवासी बताया जा रहा है।
BY-Santosh Jaiswal